भारत की इज्जत को चार चांद…

चंद्रयान-3 की दक्षिण ध्रुव पर जो लैंडिंग इसरो ने करवाई है, उसे देख सारी दुनिया हैरान है। इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 को चांद में स्थापित कर हमें यह भी समझाया कि हमें असफलता पर कभी भी निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि मेहनत और लगन से असफलता को सफलता में बदला जा सकता है। हमारे देश के मिसाइल मैन पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक नाकामयाब अंतरिक्ष मिशन का उदाहरण देते हुए कहा था कि कैसे उनका रॉकेट पागल होकर ऑर्बिटर में जाने की जगह कहीं और पहुंच गया था। ऐसा उदाहरण उन्होंने शायद इसलिए दिया था कि उन्होंने भी अंतरिक्ष अभियानों में असफलता का सामना किया था। चंद्रयान अभियान कोई बच्चों का खेल नहीं है जिसे आसानी से खेला जाए। बहरहाल इस अभियान की सफलता से भारत की इज्जत को चार चांद लग गए हैं।

-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा