मयंक वैद को एशिया पैसिफिक काउंसिल अवार्ड, हांगकांग में जीता सर्वश्रेष्ठ बौद्धिक संपदा व्यवसायी का इनाम

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—बिलासपुर

लगातार दस दिन तक ट्रेडमिल पर दौड़ते हुए 421.95 किलोमीटर का कीर्तिमान बनाकर गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकॉड में पिछले साल अपना नाम कर बिलासपुर ही नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश और भारत का नाम रोशन करने वाले मयंक वैद एक बार फिर छा गए हैं। इस बार मयंक वैद ने हांगकांग में सर्वश्रेष्ठ बौद्धिक संपदा व्यवसायी के लिए 2023 एशिया पैसिफिक काउंसिल अवार्ड अपने नाम किया है। बिलासपुर नगर के साथ लगते नोआ गांव के निवासी मयंक वैद एक भारतीय वकील और हांगकांग में प्रैक्टिस करने वाले सॉलिसिटर हैं। मयंक को 14 सितंबर को हांगकांग के रीजेंट होटल में भव्य स्वागत समारोह में इस सम्मान से नवाजा गया है। खुशी की बात यह है कि अब इस अवॉर्ड के कारण मयंक वैद को 16 नवंबर को न्यूयॉर्क में होने वाले ग्लोबल काउंसिल अवॉड्र्स के लिए भी नॉमिनेट किया गया है।

लेक्सोलॉजी एसोसिएशन ऑफ कॉरपोरेट काउंसिल संस्था के सहयोग से 16वें वार्षिक ग्लोबल काउंसिल अवाड्र्स के लिए दुनिया भर में वकीलों और कानूनी विभागों का गहन विश्लेषण किया जाता है। मयंक वैद दिवंगत डीआईजी अशोक कुमार और राज्य मानवाधिकार आयोग की पूर्व सदस्य स्वर्गीय नीरू वैद के सुपुत्र हैं। मयंक की शादी थेरेसा से हुई है और उनके चार बच्चे हैं। मयंक ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की और 2001 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली में कॉरपोरेट लॉ फर्मों के साथ काम करके की। 2005 में मर्सिडीज बेंज ने मयंक को एक वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में पदोन्नत किया और उन्हें बीजिंग, चीन में काम करने के लिए भेजा। बीजिंग में मयंक ने चीन, कोरिया, ताईवान और हांगकांग के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) टीमों का पर्यवेक्षण किया।