बच्चों का ज्ञान बढ़ा रहा ‘दिव्य हिमाचल’ समाचार पत्र, देश-विदेश सहित राज्य की घटनाओं से रू-ब-रू हो रहे छात्र

रोजाना अखबार पढक़र देश-विदेश सहित राज्य-जिला की घटनाओं से रू-ब-रू हो रहे छात्र

मोहर सिंह पुजारी — कुल्लू

‘दिव्य हिमाचल मीडिया ग्रुप’ का समाचार पत्र सरकारी स्कूल के बच्चों को शिक्षक की तरह ज्ञानर्वधक कवच बन गया है। प्रदेश में कुल्लू का शालंग पहला स्कूल होगा, जहां शिक्षकों के साथ-साथ अखबार से बच्चे पठन-पाठन कर रहे हैं। बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए स्कूल प्रबंधन पढ़ाई के साथ-साथ अखबार के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य और जिला के समाचार और संपदाकीय पढ़ाकर ज्ञानवर्धन करवा रहा है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल शालंग के विद्यार्थियों को ‘दिव्य हिमाचल’ के संपादकीय पन्ने को पढक़र पढ़ाई संबंधित मैटेरियल प्राप्त हो रहा है। इससे बच्चों का ज्ञान विकसित कर रहा है। स्कूल शालंग में 166 के आसपास बच्चे छठी से लेकर जमा दो तक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। जमा एक में 43, जमा दो में 27, नौंवी और दसवीं में 19 और 18 और छठी से लेकर आठवीं तक 49 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। विद्यार्थी आपस में ‘दिव्य हिमाचल’ में प्रकाशित समाचार और संपदाकीय पर वार्तालाव कर रहे हैं।

जिला कुल्लू की लगवैली में पढऩे वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शालंग में विद्यार्थियों में बच्चों को प्रतिदिन अखबार पढऩे के लिए कोई न कोई शिक्षक प्रेरित करता रहता है। वहीं, गुरुवार को स्कूल के प्रधानाचार्य रितेश महंत और जियोग्राफी प्रवक्ता डा.आरआर ठाकुर ने आठवीं कक्षा के प्रतिभावान विद्यार्थियों को छांट कर अखबार पढऩे के नियम बताए। अब यह विद्यार्थी लीडर के रूप में काम करेंगे, ताकि दूसरे अन्य विद्यार्थियों को भी अखबार पढऩे के लिए प्रेरित किया जा सके। डा. आरआर ठाकुर ने बच्चों को बताया कि अखबार का संपादकीय पढऩा बहुत जरूरी होता है। संपादकीय अखबार की आत्मा होती है। इसी प्रकार अखबार का स्तंभ किसी विद्वान व्यक्ति के द्वार किसी घटना का मार्मिक विवरण होता है। डा. आरआर ठाकुर ने बच्चों को सुझाव दिया कि आप अपने घरों में भी एक अखबार जरूर लगाएं। उन्होंने कहा कि बच्चों को ‘दिव्य हिमाचल’ अखबार पढऩे से बच्चों की अध्यात्मिकता, जीवन और मूल्यों की शिक्षा की जानकारी हासिल हो रही है। (एचडीएम)