प्राइमरी टीचर्स ने क्लस्टर सिस्टम के खिलाफ खोला मोर्चा; संघ की दो टूक, अधिसूचना वापस न ली, तो…

संघ की प्रदेश सरकार को दो टूक; अधिसूचना जल्द वापस न ली, तो प्रदेशभर में होंगे प्रदर्शन

कार्यालय संवाददाता — मंडी

प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभिक शिक्षा ढांचे में बदलाव कर प्रिंसीपल के अधीन करने का प्राथमिक शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार से दो टूक कहा है कि प्रारंभिक शिक्षा के ढांचे को ध्वस्त करने के इस फरमान को यथाशीघ्र वापस नहीं लिया गया, तो संघ को मजबूरन संघर्ष का रास्ता अख्तियार करने को विवश होना पड़ेगा। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। संघ के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश शर्मा, महासचिव संजय पीसी, मुख्य संरक्षक राम सिंह राव, संयुक्त सचिव राकेश पटियाल, महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष अनुराधा मोहिल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप ठाकुर, कोषाध्यक्ष कृष्ण पाल शर्मा, विशेष आमंत्रित सदस्य प्रेम ठाकुर व बाबू राम कौंडल सहित सभी 12 जिला के अध्यक्ष व महासचिवों ने एक स्वर में कहा है कि प्राथमिक शिक्षक अपने कैडर के मुख्य शिक्षक, केंद्र मुख्य शिक्षक एवं खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के आधीन ही कार्य करेंगे, प्रिंसीपल के अधीन बिलकुल भी काम करना स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि इस क्लस्टर सिस्टम से प्राथमिक शिक्षा का ढांचा तहस-नहस हो जाएगा और एचटीए सीएचटी व बीईईओ की पदोन्नति समाप्त हो जाएगी। फिर प्रारंभिक निदेशालय एवं उपनिदेशक कार्यालय का भी कोई औचित्य नहीं रह जाएगा।

संघ के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश शर्मा ने कहा है कि इस क्लस्टर सिस्टम में 300 मीटर के दायरे में स्थित प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं की एक साथ प्रार्थना सभा होगी। इसे धरातल पर अमलीजामा पहनाना नामुमकिन है। अगर इस ढंग से प्रार्थना सभा करवाई जाएगी तो बहुत-सा समय प्रार्थना सभा करवाने में ही बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक दूसरे स्कूलों के संसाधनों का इस्तेमाल करना स्वागत योग्य है और इस के लिए इस तरह के क्लस्टर सिस्टम की कोई अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए स क्लस्टर सिस्टम को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में भी तत्कालीन सरकार द्वारा क्लस्टर सिस्टम से छेड़छाड़ करने का बेतुकी फरमान जारी किया गया था और जब सरकार को इस क्लस्टर सिस्टम के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया गया तो प्रदेश सरकार ने इसे तुरंत वापस ले लिया था। गुरुवार को राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के खंड से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने गूगल मीट के माध्यम से बैठक कर क्लस्टर सिस्टम का जमकर विरोध किया और प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि प्रारंभिक शिक्षा ढांचे के खिलाफ जारी किए गए इस फरमान को अविलंब वापस लिया जाए, अन्यथा प्राथमिक शिक्षकों को सख्त कदम उठाने के लिए विवश होना पड़ेगा।

आज शिमला में शिक्षा मंत्री के समक्ष रखेंगे पक्ष

राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की निदेशक प्रारंभिक शिक्षा के साथ शिक्षा निदेशालय शिमला में बैठक होगी। इसमें प्राथमिक शिक्षा के क्लस्टर सिस्टम को यथावत रखने व प्राथमिक शिक्षकों को विश्वास में लिए बगैर थोपे गए क्लस्टर सिस्टम को लेकर प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन करने के लिए विवश होना पड़ेगा।