HAS अधिकारी जितेंद्र कंवर फिर अरेस्ट; दो और भर्तियों में गड़बड़ करने का आरोप, रिमांड पर भेजे

दो और भर्तियों में गड़बड़ करने का आरोप, 15 तक पुलिस रिमांड पर भेजे

नीलकांत भारद्वाज — हमीरपुर

भर्ती पेपर लीक मामला उजागर होने के बाद भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के सचिव रहे एचएएस अधिकारी डा. जितेंद्र कंवर को जांच एजेंसी विजीलेंस ने एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अधिकारी की यह गिरफ्तारी पोस्ट कोड 1003 तक तहत कम्प्यूटर ऑपरेटर और पोस्ट कोड 1036 के तहत होने वाली जूनियर ऑडिटर की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के चलते की गई है। बताया जा रहा है कि इन दोनों भर्तियों में जितेंद्र कंवर की संलिप्तता उजागर हुई है। आरोपी एचएएस अधिकारी को मंगलवार को हमीरपुर की कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे उन्हें 15 दिसंबर तक पुलिस रिमांड में भेजा गया है। बता दें कि इससे पूर्व भी जितेंद्र कंवर को चार अप्रैल को अरेस्ट किया गया था। उन्हें पोस्टकोड 965 के तहत हुई जेओएआईटी की परीक्षा में आरोपी बनाया गया था। इससे पहले 15 मार्च को इसी परीक्षा लीक मामले में उन्हें पहली बार एफआईआर में नामजद किया गया था। चार अप्रैल को गिरफ्तारी के बाद जितेंद्र कंवर को 10 मई को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। अब जिस मामले में उनकी गिरफ्तारी दोबारा की गई है, विजिलेंस के मुताबिक उसमें कुछ और कर्मचारियों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं। बताते हैं कि डा. जितेंद्र कंवर को सोमवार को विजिलेंस ने पूछताछ के लिए हमीरपुर स्थित विजिलेंस थाने में बुलाया था और देर रात को गिरफ्तार कर लिया।

यह गिरफ्तारी नए तथ्य सामने आने के बाद हुई है। बता दें कि डा. जितेंद्र कंवर आयोग में सचिव के साथ-साथ परीक्षा नियंत्रक और भर्ती रिकॉर्ड के कस्टोडियन भी रहे हैं। गौरतलब है कि भर्ती परीक्षा लीक मामले की जांच में लगी विजिलेंस ने अब तक 13 मामले दर्ज किए हैं, जिसमें दो दर्जन से अधिक गिरफ्तारियां भी हुई हैं, लेकिन मौजूदा समय में तीन आरोपी उमा आजाद, उसका बेटा नितिन आजाद और एक अन्य रवि कुमार ज्यूडिशियल रिमांड पर हैं, जबकि बाकियों की जमानत हो चुकी है। विदित रहे कि हिमाचल में दिसंबर, 2022 को सत्ता परिवर्तन के बाद हमीरपुर स्थित स्टाफ सिलेक्शन कमीशन में पेपर लीक स्केंडल का पर्दाफाश हुआ। जांच में सामने आया था कि दलालों के माध्यम से भर्तियों के पेपर बेचकर मोटी कमाई की जा रही थी। विजिलेंस ने इस मामले में पहली बार 23 दिसंबर, 2022 को हमीरपुर विजिलेंस थाना में एफआईआर दर्ज की थी। पहली एफआईआर में कमीशन की निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, उसका बेटा नितिन, निखिल, एजेंट संजीव समेत आठ लोग आरोपी बनाए गए थे। (एचडीएम)