कुछ राशियों के लिए खुशियां लाएगा नया साल

वर्ष 2024 ने दस्तक दे दी है। नए साल पर बधाइयों का प्रचलन भी शुरू हो चुका है। पहले नए साल पर ग्रीटिंग कार्ड भेजे जाते थे, लेकिन अब सोशल मीडिया पर नए साल की शुभकामनाओं का दौर शुरू हो चुका है। तरह-तरह के शुभकामना संदेश लोग अपने मित्रों और प्रियजनों को भेज रहे हैं। जो लोग ज्योतिष विधा पर यकीन रखते हैं, ग्रह नक्षत्रोंं की चाल पर विश्वास रखते हैं, उन्हें यह जिज्ञासा होना स्वाभाविक रहता है कि वर्ष 2024 उनके लिए कैसा रहेगा। यानी नए साल की बंद मु_ी में उनके लिए क्या होगा? नए साल में वे क्या खोएंगे और क्या पाएंगे? उनके जीवन में क्या सुखद रहेगा, कहां दिक्कत रहेगी? उनकी इकोनामिक कंडीशन यानी आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी? पारिवारिक जीवन कैसा रहेगा? प्रेम जीवन कैसा रहेगा? कैरियर में कौन सा मुकाम हासिल होगा, बिजनेस कैसा चलेगा? नौकरी मिलेगी या नहीं? प्रमोशन हो पाएगी या नहीं? अधूरे छूटे काम भविष्य में पूरे हो पाएंगे या नहीं? यानी तरह-तरह के सवाल जेहन में उमडऩे-घुमडऩे लगते हैं।

ग्रह नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर मैंने इन सभी सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की है और सभी 12 राशियों का वार्षिक भविष्यफल तैयार किया है। किस राशि के लिए कैसा रहेगा नया साल और किन-किन मोर्चे पर सफलता और असफलता मिलेगी, इसका पूरा लेखा-जोखा तैयार किया गया है। वर्ष 2024 की शुरुआत सोमवार पौष माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को प्रात: 8.36 तक पहले मघा और उसके बाद पूर्व फाल्गुनी पूर्व नक्षत्र में कन्या लग्न और सिंह राशि में हो रही है। इस दिन प्रात: आयुष्मान योग तथा सौभाग्य योग रहेगा।

नए साल की शुरुआत में ही गजकेसरी योग भी बन रहा है। नए साल में ग्रह नक्षत्र मेहरबान रहने वाले हैं और गुरु के मार्गी होने से लेकर गज लक्ष्मी, आयुष्मान योग, गजकेसरी जैसे राजयोग बन रहे हैं। ऐसे में साल भर कुछ राशियों के जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती हैं। साल के पहले दिन देवताओं के गुरु स्वराशि मेष राशि में विराजमान हैं। वहीं, चंद्रमा सिंह राशि में विराजमान होंगे। ऐसे में गुरु की सीधी दृष्टि चंद्रमा पर पड़ रही है जिससे गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही 31 दिसंबर को गुरु मेष राशि में मार्गी भी हो चुके होंगे। ऐसे में गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण हो रहा है।

इसके साथ ही एक जनवरी को आयुष्मान योग का निर्माण होना बहुत ही मंगलकारी रहने वाला है। साल 2024 में ग्रहों की स्थिति की बात करें, तो देवगुरु बृहस्पति पहले तो मेष राशि में गोचर करते रहेंगे और उसके बाद एक मई 2024 को दोपहर 12 बजकर 59 मिनट पर मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में आ जाएंगे। वृषभ राशि में देवगुरु बृहस्पति कुल मिलाकर 378 दिन 9 घंटे तक रहेंगे। इसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शनि देव पूरा साल कुंभ राशि में रहेंगे। 11 फरवरी 2024 से 18 मार्च 2024 तक शनि अस्त रहेंगे और 18 मार्च को उदित हो जाएंगे। इसके बाद शनि देव 29 जून 2024 से 15 नवंबर 2024 तक वक्री अवस्था में रहेंगे। नए साल की शुरुआत में सूर्य और मंगल धनु राशि में, राहु मीन राशि में, केतु कन्या राशि में, बुध और शुक्र वृश्चिक राशि में विराजमान रहेंगे। शनि, राहु और केतु को छोडक़र बाकी ग्रह साल 2024 में राशि परिवर्तन करते रहेंगे।

मंगल होंगे नए संवत्सर के राजा

नए साल की खास बात यह भी रहेगी कि 9 अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले नए विक्रमी संवत 2081 की शुरुआत मंगलवार को होगी, इसलिए आकाशीय मंत्रिमंडल के राजा मंगल रहेंगे और मंत्री शनि रहेंगे। इस 2081 के संवत्सर का नाम क्रोधी रहेगा। पंचांग भेद से इसका नाम कालयुक्त है। इसका राजा मंगल है और मंत्री होगा शनि। इस वर्ष ग्रहों के दक्षाधिकार में तीन विभाग शुभ ग्रहों को, जबकि सात विभाग क्रूर ग्रहों को मिले हुए हैं। मंगल के राजा और शनि के मंत्री होने से यह वर्ष काफी उथल-पुथल वाला रहेगा और शासन को भी कड़े निर्णय लेते हुए देखा जाएगा। कुछ राज्यों में राजनीतिक उथल-पुथल भी होगी। धार्मिक कट्टरवाद भी बढ़ेगा। देश और हिमाचल प्रदेश के किसी वरिष्ठ राजनेता के स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आ सकती है। कुछ राज्यों में प्राकृतिक आपदा से जान-माल का नुकसान होने की भी आशंका है। इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र में स्थिर और मजबूत सरकार बनेगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख और बढ़ेगी। विज्ञान जगत में भी भारत धूम मचाएगा। इस साल जो ग्रह गोचर की स्थिति है, उससे देश में आईटी सेक्टर में नई क्रांति आएगी और रियल एस्टेट को भी बूम मिलेगा।

वर्ष 2024 में लगेंगे चार ग्रहण

वर्ष 2024 में भी चार ग्रहण का योग बन रहा है जिनमें दो सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण शामिल होंगे। इन ग्रहण का प्रभाव देश-दुनिया पर भी देखने को मिलेगा। साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च 2024, सोमवार को लगेगा। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर ही लगता है। साल का दूसरा व आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024, बुधवार को लगेगा। यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 08 अप्रैल 2024, सोमवार को लगेगा। यह ग्रहण चंद्र ग्रहण से 14 दिन बाद लगेगा, जबकि साल 2024 का आखिरी व चौथा ग्रहण सूर्य ग्रहण अक्टूबर 2024, बुधवार को लगेगा। यह ग्रहण भी चंद्र ग्रहण से सिर्फ 14 दिन बाद ही लगेगा। खास बात यह भी है कि साल 2024 में लगने वाले दोनों ही सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे और न ही इनका सूतक काल यहां मान्य होगा। इसी तरह नए साल में लगने वाले दोनों ही चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे। इसलिए इनका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। यानी भारत इस साल दोनों सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के सूतक काल से अछूता रहने वाला है। साल 2024 सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने वाला है, इसका पूरा लेखा-जोखा ‘दिव्य हिमाचल’ ने छापा है।

-ज्योतिषी गुरमीत बेदी