HP News : न डाईट मनी बढ़ी, न ही अतिरिक्त वेतन, इन जवानों की मांगे की जा रहीं नजअंदाज

अतिरिक्त वेतन में दिया जा रहा 2012 का स्केल

पुलिस की डाईट मनी में नहीं मिलेगा चाय का कप

बजट में डाईट मनी और अतिरिक्त वतन बढऩे की आस

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

प्रदेश के पुलिस जवानों की न ही डाईट मनी बढ़ी है और न ही अतिरिक्त वेतन बढ़ाया गया है। पुलिस जवानों को आज भी 24 घंटे सेवाएं देने के लिए दिया जा रहा है अतिरिक्त वेतन वर्ष 2012 के स्केल के हिसाब से दिया जा रहा है। एक दशक से अधिक समय बाद भी प्रदेश में कई सरकारें आकर चली गई, लेकिन लोगों की सुरक्षा में 24 घंटे डटे रहने वाले पुलिस जवानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। 2012 के हिसाब से अतिरिक्त वेतन मिलने से प्रदेश के पुलिस जवानों को 30 से 35 हजार रुपये का हर वर्ष वित्तीय नुक्सान झेलना पड़ रहा है। इसके अलावा पुलिस जवानों को मिलने वाली डाईट मनी इतनी कम है कि डाईट मनी की राशि में चाय का कप तक नहीं लिया जा सकता है। प्रदेश के पुलिस जवानों को 210 रुपये प्रति माह के हिसाब से डाईट मनी दी जा रही है, जो प्रतिदिन के हिसाब से सात रुपये है। आज के समय में चाय का एक कप की कीमत भी बाजार में दस से 15 रुपये है। कुछ समय पहले पुलिस जवानों ने प्रदेश सरकार से वेतन विसंगति के साथ-साथ डाईट मनी की समस्या हल करने की मांग उठाई थी। इसके अलावा पुलिस जवानों ने अतिरिक्त वेतन को नए पे स्केल के हिसाब से देने की मांग उठाई थी। लेकिन प्रदेश सरकार ने पुलिस जवानों की दोनों मांगों को नजरअंदाज कर दिया।

ऐसे में विधानसभा चुनाव में डाईट मनी और पुलिस जवानों को मिलने अतिरिक्त वेतन चुनावी मुद्दा बनाया है। प्रदेश में आपात स्थितियों में 24 घंटे लोगों की सुरक्षा करने वाले पुलिस जवान को मात्र सात रुपये प्रतिदिन के हिसाब से डाईट मनी दी जा रही है। डाईट मनी और अतिरिक्त वेतन की समस्या हल करने की बार-बार मांग करने के बाद भी पुलिस जवानों की मांगों की अनदेखी की गई। गौर हो कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेताओं ने भी सत्ता में आने पर पुलिस जवानों की डाईट मनी बढ़ाने और अतिरिक्त वेतन नए स्केल में देने की बात कही थी। 17 फरवारी को प्रदेश सरकार के आने वाले नए बजट से पुलिस जवानों में आस जगी है कि उनकी डाईट मनी बढ़ेगी और अतिरिक्त वेतन भी नए स्केल के तहत दिया जाएगा।

-अमन वर्मा