शास्त्री अध्यापक भर्ती में नए नियमों का विरोध करना गलत, संघ ने कहा, सरकार-विभाग को…

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

प्रारंभिक शिक्षा विभाग में चल रही शास्त्री बैचवाइज भर्ती काउंसिलिंग प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुए अभ्यर्थी अब नियुक्ति के लिए भर्ती प्रक्रिया परिणाम का इंतजार कर रहे हैं, परंतु कुछ गिने-चुने लोग जिनकी योग्यता एनसीटीई नियमों के तहत नहीं है, वे बार-बार लोगों और सरकार को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। शास्त्री बीएड एवं संस्कृत बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार ने इस फैसले का विरोध करने वालों की कड़े शब्दों में निंदा की है।

सरकार और शिक्षा विभाग ने शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए ही शास्त्री भर्ती में एनसीटीई के नियमों को लागू किया है, जो कि एक सराहनीय कार्य है। कुछ लोग दलगत राजनीति के चलते मात्र अपने स्वार्थ के लिए बेवजह सरकार की निंदा कर रहे हैं और भर्ती को पुराने नियमों के तहत करवाने की मांग कर रहे हैं, जो कि बिलकुल न्यायसंगत नहीं है। शिक्षक बनने के लिए बीएड, डीएलएड या एनटीटी जैसे ट्रेनिंग कोर्स करना अनिवार्य हैं। इसलिए शास्त्री भर्ती में भी बीएड करने से छूट मांगना गलत है।