हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने देश के पर्यटक स्थल लक्षद्वीप की सुंदरता की प्रशंसा कर बहुत अच्छा काम किया। अगर इससे मालदीव के कुछ मंत्रियों को मिर्ची लगी और इस बौखलाहट में आकर हमारे देश के प्रति बेतुका बयानबाजी की, तो यह उनकी संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है।
मालदीव एशिया का सबसे छोटा देश है, जबकि हमारा देश एक बहुत बड़ा देश पर्यटन की दृष्टि से भी है। हमारे देश में पर्यटन स्थलों का भंडार है और यहां दुनिया के लगभग सभी देशों से सालभर पर्यटक आते रहते हैं। हमारे देश में प्रकृति की खूबसूरती के साथ-साथ यह देवभूमि भी है। मालदीव को यह भी याद रखना चाहिए कि सभी देश एक-दूसरे पर किसी न किसी रूप में जरूर निर्भर हैं, यह चाहे पर्यटन स्थलों के रूप में भी क्यों न हो। वहां की बुकिंग रद होने से उसे अब एहसास हो गया होगा।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा