चौथे दिन भी वेतन-पेंशन का भुगतान नहीं, बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने दी आंदोलन की धमकी

विशेष संवाददाता-शिमला

बिजली बोर्ड कर्मचारियों को लगातार चौथे दिन भी वेतन और पेंशन का भुगतान नहीं हो पाया है। बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने अब बड़े आंदोलन का फैसला किया है और आगामी दिनों में बोर्ड प्रबंधन के साथ ही राज्य सरकार के खिलाफ भी कर्मचारी मोर्चा खोल देंगे। गुरुवार को हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इप्लॉइज और इंजीनियर के जॉइंट फ्रंट ने प्रदेशभर में बोर्ड कार्यालयों के बाहर भोजनावकाश दौरान धरना प्रदर्शन कर बिजली बोर्ड में एक स्थायी प्रबंध निदेशक और पुरानी पेंशन को लागू करने की मांग को जोरशोर से उठाया। शिमला में बोर्ड मुख्यालय के बाहर सैकड़ों बिजली कर्मचारियों और पेंशनर्ज ने धरना-प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर फ्रंट के संयोजक ई. लोकेश ठाकुर और सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि पेंशन और वेतन न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसी स्थिती पिछले 52 वर्षों में कभी नहीं पैदा हुई। उन्होंने इसे चिंतनीय बताया और बिजली बोर्ड के अस्तित्व पर एक खतरे की घंटी है। फ्रंट में बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन की बहाली में देरी पर चिंता जताई और इसे शीघ्र लागू करने की मांग की है।

आंदोलन में कूदे पेंशनर्ज

बिजली बोर्ड ज्वाइंट फ्रंट के संघर्ष में वयोवृद्ध पेंशनर्ज भी कूद गए हैं। बिजली बोर्ड मुख्यालय में हो रहे प्रदर्शन में पेंशनर्ज और फैमिली पेंशनर्ज ने हिस्सा लेकर वेतन और पेंशन के भुगतान का आह्वान किया। बोर्ड के मुख्यालय कुमार हाउस में गुरुवार को वयोवृद्ध पेंशनरों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। इस संघर्ष में आज लगभग 100 पेंशनर्ज शामिल हुए। इनमें 80 से 85 वर्ष के वयोवृद्ध पेंशनर्ज भी शामिल रहे।

आंदोलन में आज उतरेंगे तकनीकी कर्मचारी

शिमला। संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के संघर्ष के बीच अब तकनीकी कर्मचारी भी बिजली बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन शुरू करने वाले हैं। तकनीकी कर्मचारी संघ ने शुक्रवार से आंदोलन की धमकी दी है। तकनीकी कर्मचारियों का यह आंदोलन समूचे प्रदेश में एक साथ शुरू होगा। संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा ने कहा कि सरकार उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली के एवज में सबसिडी का भुगतान समय पर करे या फिर इस योजना को बंद कर दिया जाए।