नए साल पर मइया के जयकारों से गूंजे प्रदेश के मंदिर

शक्तिपीठों में एक लाख 63 हजार श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

दिन भर माता के दर्शनों को लगी रही भक्तों की लंबी कतारें

नए साल पर शक्तिपीठों में भक्तों का सैलाब

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

नववर्ष पर एक जनवरी को मां के मंदिरों में मइया के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का भारी सैलाब देखने को मिला। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में सोमवार के दिन एक लाख 63 हजार श्रद्धालुओं ने मइया के चरणों में शीष नवाया। नए साल पर दिन भर प्रदेश के शक्तिपीठों में मईया के जयकारे गुंजते रहे। मां के दर्शनों के लिए मंदिरों में रविवार सुबह से ही देर रात तक श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगी रहीं। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, नयनादेवी, बजे्रश्वरी देवी, चामुंडा देवी मंदिर में एक लाख 63 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। शक्तिपीठों में नववर्ष के चढ़ावे की गणना दो जनवरी के बाद की जाएगी। नववर्ष के मेले के दौरान मंदिरों में मइया की विशेष पूजा-अर्चना की गई। पूजा-अर्चना के साथ मइया को विभिन्न तरह के व्यंजनों का भोग लगाया गया।

 

नववर्ष के लिए सुगंधित फूलों से मइया के मंदिरों को सजाया गया था। इसके अलावा मां के दर्शनों के लिए मंदिर खुलने और बंद करने का भी अलग से समय तय किया गया है। ऊना जिला के उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में नववर्ष के दिन 35 हजार श्रद्धालुओं ने शीष नवाया। चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए बेहतर प्रबंध किए गए हैं। वहीं, नयनादेवी मंदिर नववर्ष के दिन 70 हजार श्रद्धालुओं ने मइया के चरणों में शीष नवाया। ज्वालाजी मंदिर में सोमवार के दिन 25 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। इसके अलावा कांगड़ा स्थित बजे्रश्वरी देवी मंदिर में नववर्ष मेले के दिन 15 हजार श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में माथा टेका। वहीं, चामुंडा देवी मंदिर में नए साल पर 18 हजार श्रद्धालुओं ने मइया के चरणों में शीष नवाया।