नगर परिषद चंबा के कांग्रेस भाजपा पार्षदों में गहमागहमी

नगर परिषद की उपाध्यक्ष, अन्य पार्षदों ने संभाली स्थिति विकास कार्यों में भेदभाव के मुद्दे पर भिड़े पार्षद

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-चंबा
नगर परिषद चंबा के कांग्रेस समर्थित पार्षदों का वार्ड में विकास कार्यों में भेदभाव बरतने को लेकर पिछले नौ दिनों से जारी धरना-प्रदर्शन के दौरान सोमवार को कांग्रेस व भाजपा पार्षद के बीच गहमागहमी होने से माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण होकर रह गया है। हालांकि मौके पर मौजूद नगर परिषद की उपाध्यक्ष सीमा कश्यप सहित अन्य पार्षदों व लोगों ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला। सोमवार को कांग्रेस समर्थित पार्षद रोजाना की भांति नगर परिषद कार्यालय के बाहर धरने पर बैठकर नारेबाजी कर रहे थे।

इसी दौरान मामले को सुलझाने के लिए नगर परिषद उपाध्यक्ष सीमा कश्यप मौके पर पहुंच गई। मगर कांग्रेस समर्थित पार्षद नगर परिषद अध्यक्ष के मौके पर आकर बातचीत कर मांग पर अड़ गए। इसी दौरान कसाकड़ा वार्ड के भाजपा समर्थित पार्षद व कांग्रेस पार्षद के साथ विकास के मुद्दे पर भिड़ गए। नगर परिषद उपाध्यक्ष ने स्थिति को संभालते हुए दोपहर बाद कांग्रेस समर्थित पार्षदों को बैठक का न्यौता देकर माहौल को शांत किया। हालांकि दोपहर बाद कांग्रेस समर्थित पार्षदों के साथ हुई बैठक बेनतीजा ही रही। कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने दोहराया कि नगर परिषद की अध्यक्ष द्वारा विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी न होने तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। इस मौके पर कांग्रेस समर्थित पार्षद खालिद मिर्जा, उर्मिला जसरोटिया, अंजू कुमारी, सीमा कुमारी व भावना गुलाटी आदि मौजूद रहे।

कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने की नारेबाजी

भाजपा समर्थित पार्षद का कहना था कि सबसे अधिक विकास कार्य कांग्रेस समर्थित पार्षदों के वार्ड में हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समर्थित पार्षद भले ही इसकी उपायुक्त के माध्यम से जांच करवा लें। ऐेसे में कांग्रेस समर्थित पार्षदों का विकास के मामले में भेदभाव के आरोप निराधार है। इसी बीच कांग्रेस समर्थित पार्षदों के भाजपा समर्थित पार्षद की मौजूदगी में नारेबाजी आरंभ कर देने से माहौल तनावपूर्ण होने के साथ ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई।