अस्पतालों में दवाई न मिलने पर करें शिकायत, औचक निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव का मरीजों से आह्वान

जिला अस्पताल मोहाली में औचक निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव का मरीजों से आह्वान

स्टाफ रिपोर्टर— मोहाली

पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने मोहाली के फेज 6 स्थित जिला अस्पताल का औचक दौरा किया। निरीक्षण के उपरांत उन्होंने कहा कि इस दौरे का मंतव्य मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवाओं की जनहितैषी सुविधा मुहैया करवाने के फैसले को यकीनी बनाना था। श्री वर्मा ने सिविल अस्पताल में से बाहर आ रहे मरीजों के साथ भी बातचीत की और उनसे पूछा कि क्या उनको डाक्टरों द्वारा लिखी सभी दवाएं मुफ़्त दी गई हैं। सभी मरीजों ने उनको मुफ़्त दवाएं मिलने की पुष्टि की और सरकार के इस जन कल्याण के प्रयास की सराहना की। श्री वर्मा ने बताया कि डाक्टरों की सलाह से स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 276 जरूरी दवाओं की सूची (ईडीएल) तैयार की गई है। इनमें से 90 फीसद दवाओं के रेट संबंधी कांट्रैक्ट किए गए हैं। बाकी बची दवाएं और सरकारी डाक्टर द्वारा लिखी दवाओं के लिए सीनियर मेडिकल अफसर (एसएमओ) बाज़ार में से दवाएं खरीद कर मरीजों को मुहैया करवाएंगे, जिससे मरीजों को डाक्टर द्वारा लिखीं दवाओं की खरीद के लिए अपनी जेब में से कोई पैसा न देना पड़े।

इस मंतव्य के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 25 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। एसएमओज़ की वित्तीय शक्तियों को 25000 रुपए से बढ़ा कर अढ़ाई लाख रुपए कर दिया गया है, जिससे वे ये दवाएं खरीद सकें। मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में 23 जि़ला अस्पताल, 41 सब-डिवीजन अस्पताल और 161 कम्युनिटी हैल्थ सेंटर हैं। इन सभी अस्पतालों में उक्त प्रणाली लागू कर दी गई है। श्री वर्मा ने कहा कि यदि उक्त सरकारी अस्पतालों में आने वाले किसी भी मरीज़ को सरकारी डाक्टर द्वारा लिखी दवा नहीं मिलती तो वह तुरंत संबंधित एसएमओ या जिले के डिप्टी कमिश्नर के साथ संपर्क करे। इस मामले की सूचना हेल्पलाइन नंबर 1100 पर भी दी जा सकती है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को हिदायत की कि सरकार के इस जन कल्याण फैसले को पूरी तरह लागू करना यकीनी बनाया जाए। इस मौके पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अजोय शर्मा और पंजाब हैल्थ सिस्टम कारपोरेशन के एमडी वरिंदर कुमार शर्मा भी उपस्थित थे।