पानी के प्राकृतिक स्रोतों को संभालना जरूरी…

हिमाचल प्रदेश पानी के प्राकृतिक संसाधनों के स्त्रोतों का सरताज माना जाता है, लेकिन गर्मियों में यहां भी बहुत से क्षेत्र पानी की कमी से जूझते हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने हर घर तक नल द्वारा जल पहुंचाने के लिए योजना भी शुरू की है, लेकिन हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है, यहां यह योजना कामयाब करने के लिए लंबा समय भी लग सकता है।

सवाल तो यह है कि हिमाचल प्रदेश में ऐसा क्यों होना शुरू हुआ है? प्रदेश में जिस तरह पानी के प्राकृतिक स्त्रोतों, यथा कुंओं, तालाबों, बावडिय़ों आदि की संभाल के लिए लापरवाही बरती जा रही है और जल प्रदूषण भी बढ़ रहा है, इन कारणों से भी आने वाली पीढ़ी को पीने वाला साफ पानी बहुत मुश्किल से मिलेगा। इसलिए अभी भी समय है कि हम अपने पानी के प्राकृतिक स्रोतों की संभाल व देखभाल पर ध्यान केंद्रित करें।

-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा