विकास कार्यों में भेदभाव पर मनोनीत पार्षदों ने खोला मोर्चा

कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने कार्यालय परिसर के गेट पर धरना देते हुए नगर परिषद प्रबंधन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-चंबा
नगर परिषद चंबा के कांग्रेस समर्थित व मनोनीत पार्षदों ने वार्ड में विकास कार्यों में भेदभाव करने को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को कांग्रेस समर्थित पार्षदों अंजू कुमारी, खालिद मिर्जा, सीमा कुमारी और मनोनीत पार्षद भावना गुलाटी व जीवन सलारिया ने कार्यालय परिसर के गेट पर धरना देते हुए नगर परिषद प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने नगर परिषद अध्यक्ष पर सीधे तौर पर भेदभाव करने का आरोप जड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस समर्थित पार्षदों के वार्ड में कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के जनरल हाउस में इनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दे केवल कागजों में ही सिमट कर रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को किसी भी ठेकेदार के माध्यम से करवाने पर कोई आपत्ति नहीं। उन्होंने कहा कि वे केवल वार्ड का विकास चाहते हैं। हरदासपुरा वार्ड की पार्षद अंजू कुमारी ने कहा कि नगर परिषद अध्यक्ष द्वारा धन की कमी का रोना रोया जाता है, लेकिन सत्यता तो यह है कि करोड़ों रुपए नगर परिषद के पास पड़ा है। इसके बावजूद विकास कार्यों को करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जल्द नगर परिषद अध्यक्ष ने अपनी कार्य प्रणाली में बदलाव न किया तो वे उग्र आंदोलन शुरू करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

नगर परिषद चंबा की अध्यक्ष के बोल
उधर, नगर परिषद चंबा की अध्यक्ष नीलम नैयर ने गुरुवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि नगर परिषद के सिविल विंग के एक अधिकारी की मनमानी से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कुछेक पार्षदों के भेदभाव पूर्ण तरीके से काम करने के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। नीलम नैयर ने कहा कि चंबा शहर में विकास को गति देने के लिए वह निरंतर प्रयत्नशील हैं और वह सभी वार्डों में एक समान विकास सुनिश्चित कर रही हैं। इस मौके पर नगर परिषद उपाध्यक्ष सीमा कश्यप, पार्षद देवेंद्र शर्मा, निशा आदि भी मौजूद रहे।