जिंदगी से जंग हार गई पधर की कैंसर पीडि़त कल्पना

निजी संवाददाता-मैहला
ग्राम पंचायत राडी के पधर गांव की कैंसर से पीडि़त सत्रह वर्षीय कल्पना जिंदगी की जंग हार गई है। कल्पना ने बीते रोज एम्स बिलासपुर में अंतिम सांस ली। कल्पना की मौत के बाद इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। जानकारी के अनुसार पधर गांव की कल्पना पिछने दो वर्षों से कैंसर से पीडि़त थी। बेटी की जिंदगी को बचाने के लिए माता- पिता अपनी जिंदगी भर की जमा पंूजी लगा दी थी। उन्होंने कल्पना का मेडिकल कालेज टांडा, आईजीएमसी शिमला व एम्स बिलासपुर में इलाज करवाया।

मगर माता-पिता की हर कोशिश नाकाम रही है। आखिरकार कल्पना दो वर्षों तक कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझने के बाद अपने माता- पिता को रोता-बिलखता छोडक़र इस दुनिया से रूखसत हो गई। गत शाम कल्पना की एम्स बिलासपुर में मौत की सूचना फैलते ही हर आंख गमगीन हो उठी। पीडि़त परिवार का दुख बांटने के लिए ग्रामीण कल्पना के घर पहुंच गए। शनिवार को कल्पना के शव के घर पहुंचते ही हर आंख नम दिखी। शनिवार को कल्पना का हिंदू रीति रिवाज के तहत अंतिम संस्कार कर दिया गया।