शहर में जहां दिल किया…वहीं गाड़ी पार्क

चंबा में बिगड़ गया ट्रैफिक सिस्टम, पार्किंग न होने से पर्यटक और लोग हो रहे परेशान

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-चंबा
शहर में पार्किग स्थलों की कमी के चलते ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह चरमरा कर रह गई है। वर्किंग डे के दौरान शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या आम बन चुकी है। शहर में सीमित पार्किंग सुविधा के अलावा निर्माणाधीन पार्किंग कांप्लेक्स के निर्माण कार्य में देरी की इसकी मुख्य वजह है। विपरीत इसके चंबा उपमंडल में ही औसतन हर माह तीन से चार सौ दोपहिया व चौपहिया वाहन पंजीकृत हो रहे हैं। पार्किग स्थलों की कमी के चलते शहर का कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। शहर में वाहनों की दिन- प्रतिदिन बढती भीड के बीच पार्किग स्थलों की कमी अब गंभीर समस्या का रूप लेती जा रही है। पार्किग स्थलों की कमी से बाहरी राज्यों व जिला के अन्य हिस्से से आने वाले चालकों के प्रतिबंधित हिस्से में वाहन पार्क करने से ट्रैफिक जाम के चलते लोगों को आवाजाही में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चंबा जिला मुख्यालय में चौपहिया वाहनों के लिए शहर के बीचोंबीच राजीव गांधी कांप्लैक्स के धरातल और पुराने बस अड्डे परिसर में पार्किंग की अधिकृत सुविधा उपलब्ध है।

इसके अलावा एक निजी कांप्लैक्स पार्किंग के लिए उपलब्ध है। मगर वाहनों की बढ़ती संख्या के आगे यह स्थल नाकाफी साबित हो रहे। इस कारण पैदल गुजरने वाले राहगीरों को हर वक्त चोटिल होने की आशंका का डर सताए रहता है। शहर के भीड़भाड़ वाले हिस्से में तो पैदल आवाजाही हाई रिस्क पर पहुंच गई है। पार्किग स्थल में जगह न होने से चालक जहां मन किया वहां वाहन खड़ा कर रहे हैं। इन दिनों पार्किग स्थलों की कमी के चलते हालात इस कद्र बिगड चुके हैं कि शहर के मुख्य मार्ग पर जगह न मिलने पर अब गली- मोहल्ले की सडकों के किनारे वाहनों की लंबी कतारें लगनी आरंभ हो गई हैं। इसके चलते पुलिस की ओर से ट्रेफिक व्यवस्था को बेहतर रखने के प्रबंध भी बौने साबित होने लगे हैं। प्रतिबंधित स्थल पर वाहन खडा करने पर चालान कटने से कई मर्तबा चालक व पुलिस में तू- तू, मैं- मैं होना भी आम बात होकर रह गई है।