चंबा में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी

सीटू की जिला कमेटी ने किसान मोर्चा, मजदूर संगठनों के आह्वान पर उपायुक्त कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-चंबा
सीटू की जिला कमेटी ने सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा व मजदूर संगठनों के आह्वान पर उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान व मजदूर हित की मांगों को लेकर नारेबाजी भी की। इस धरना-प्रदर्शन की अगवाई सीटू जिला अध्यक्ष नरेंद्र व जिला महासचिव सुदेश ने की। सीटू जिला महासचिव सुदेश ने कहा कि देश में किसानों मजदूरों के खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ आज पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। मोदी सरकार लगातार अपनी जनविरोधी नीतियों से बाज नहीं आ रही है। किसानों के अपनी मांगों को लेकर दिल्ली आने के ऐलान के बाद हरियाणा की खट्टर सरकार ने शांति पूर्ण प्रदर्शन को रोकने के लिए लोहे की कीलें, कंक्रीट की दीवारें खड़ीं कर दी। पिछले आंदोलन में सौ से अधिक किसानों की शहादत हो गई थी।

दिल्ली आने वाले किसानों के खिलाफ इस बार भी बर्बर अत्याचार किया गया है। किसानों के ट्रैक्टर तोड़े गए। गाडिय़ों को नुकसान पहुंचाया गया, जिसकी न्यायिक जांच होने के साथ उचित मुआवजा मिलना चाहिए। इस प्रदर्शन में नौजवान लडके की हत्या कर दी गई, जोकि राजनैतिक हत्या है। इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व गृह मंत्री अमित शाह पर मामला दर्ज होना चाहिए। सुदेश ठाकुर ने कहा कि किसानों की मांग स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार न्युनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दे। किसानों के कर्ज माफ होने चाहिए। इसके साथ ही मजदूरों के खिलाफ लाए गए लेबर कोड निरस्त किए जाएं। सरकार लेबर कोड लागू करके मजदूरों को बंधुआ मजदूरी की तरफ धकेलना चाहती है और पूंजीपतियों को फायदा देना चाहती है। सीटू इसका विरोध करती है और भविष्य में मजदूरों, किसानों की मांगों को लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा।