पंजाब में 4.89 लाख नए वोटर चुनेंगे सरकार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी बोले,85 साल से ज्यादा उम्र के…

मुख्य निर्वाचन अधिकारी बोले, 85 साल से ज्यादा उम्र के मतदाता घर पर ही डाल पाएंगे वोट

दिव्य हिमाचल ब्यूरो— चंडीगढ़

पंजाब में 100 से 119 साल की उम्र तक के 5004 वोटर हैं, जबकि 205 वोटरों की उम्र 120 साल से ज़्यादा है। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार 85 साल से ज़्यादा की उम्र वाले सभी वोटर अपने घर से ही वोट डाल सकते हैं और इस मकसद के लिए पहले ही सभी जि़ला निर्वाचन अधिकारियों कम डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। सिबिन सी ने बताया कि पहली मार्च, 2024 तक 100 से 109 साल की उम्र वाले 1917 पुरुष और 2928 औरतें वोटर हैं। इसी तरह 110 से 119 साल तक के 59 पुरुष और 100 औरतें वोटर हैं। इस तरह 100 से 119 साल की उम्र तक के कुल वोटरों की संख्या 5004 बनती है। इसी तरह 120 साल से अधिक उम्र वाले 205 वोटरों में से 122 पुरुष और 83 औरतें वोटर हैं।

120 साल से अधिक उम्र वाले सबसे ज्यादा 77 पुरुष और 34 औरतें लुधियाना जिले में और इसके बाद 24 पुरुष और 25 औरतें फिरोजपुर जिले में हैं। पहली बार वोट डालने वाले वोटरों संबंधी जानकारी देते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एक मार्च, 2024 तक राज्य में कुल 4 लाख 89 हज़ार 631 वोटर 18-19 साल उम्र वर्ग के हैं। इनमें 16 ट्रांसजेंडर वोटर भी शामिल हैं, जबकि 2 लाख 93 हज़ार 100 वोटर लडक़े और एक लाख 96 हजार 515 वोटर लड़कियां हैं।

जिक्रयोग्य है कि पंजाब में कुल 2 करोड़ 12 लाख 71 हजार 246 वोटर हैं। इनमें एक करोड़ 11 लाख 92 हज़ार 959 पुरुष वोटर हैं, जबकि एक करोड़ 77 हजार 543 औरतें वोटर हैं। सिबिन सी ने पंजाब के समूह वोटरों से अपील की है कि वह वोट के अधिकार का बढ़-चढक़र प्रयोग करें और ‘इस वार 70 पार’ के नारे को अमलीजामा पहनाएं।

दिव्यांगों-बुजुर्गों के लिए मतदान केंद्रों में विशेष सुविधा

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव-2024 के दौरान निर्वाचन विभाग ने दिव्यांग तथा 85 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था की है, जिससे कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग सुविधापूर्वक कर सकें। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए पोलिंग स्टेशनों पर रैंप, व्हील चेयर, लाने व ले जाने की व्यवस्था, मेडिकल किट इत्यादि सुविधाओं के अलावा उनके साथ एनसीसी एवं एनएसएस के स्वयंसेवकों को तैनात किया जाएगा। आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए चुनावों से संबंधित जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से सक्षम ऐप भी बनाया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की चुनावों में अहम भूमिका रहती है। प्रदेश में अधिकांश पोलिंग स्टेशन स्कूलों में ही बनाए गए हैं। अध्यापक स्कूलों में बच्चों को चुनाव प्रक्रिया से संबंधित जानकारी दें।