दुश्मनों को दहलाने आया एक और फाइटर एयरक्राफ्ट, एलसीए मार्क-1ए विमान ने भरी 15 मिनट की पहली उड़ान

तेजस के एडवांस वर्जन एलसीए मार्क-1ए विमान ने भरी 15 मिनट की पहली उड़ान

एजेंसियां — बंगलुरु

भारत में बन रहे तेजस के एडवांस वर्जन एलसीए मार्क-1ए सीरीज के पहले फाइटर एयरक्राफ्ट एलए 5033 ने गुरुवार को पहली बार उड़ान भरी। बंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के केंद्र से उड़ान भरने के बाद विमान 15 मिनट तक हवा में रहा। एचएएल के चीफ टेस्ट पायलट (फिक्स्ड विंग) ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) केके वेणुगोपाल ने एलए 5033 एयरक्राफ्ट को उड़ाया। एलसीए तेजस मार्क-1ए एयरक्राफ्ट एलसीए एमके-1 का एडवांस वर्जन है।

इसे इंडियन एयरफोर्स में पहले ही शामिल किया जा चुका है। इसे बंगलुरु स्थित डीआरडीओ लैब एयरोनॉटिकल डिवलपमेंट एजेंसी ने डिवेलप किया है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड विमान का निर्माण कर रही है। मार्क-1ए पुराने वर्जन में सुधार के अलावा डिजिटल राडार वॉर्निंग रिसीवर, एक बेहतर एईएसए (एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे) राडार, एडवांस्ड बियॉन्ड-विजुअल रेंज, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और बाहरी आत्म-सुरक्षा जैमर पॉड से लैस है।

एचएएल चार साल में 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करेगा

एचएएल को 2021 में भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस मार्क-1ए बनाने के लिए 46,898 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। कंपनी के पास मार्च 2024 से फरवरी 2028 तक 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करने का समय है।

2025 तक हर साल 24 एयरक्राफ्ट बनाने का लक्ष्य

एचएएल को 8,802 करोड़ रुपए के कांट्रैक्ट के तहत 40 तेजस एमके-1 का ऑर्डर मिला था। इसमें से 32 सिंगल-सीट एलसीए फाइटर्स और दो डबल सीट ट्रेनर की डिलीवरी हो गई है। छह डबल सीट ट्रेनर की डिलीवरी बाकी है। कंपनी 2025 तक हर साल 24 विमान तैयार करने के लक्ष्य तक पहुंच सकती है।