पंजाब में 120 माइक्रोन के प्लास्टिक को अप्रूवल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान

अमृतसर में सरकार-व्यापार मिलनी कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान

निजी संवाददाता—अमृतसर

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आप सरकार ने रविवार को अमृतसर के होटल ताज में सरकार-व्यापार मिलनी कार्यक्रम में व्यापारियों को लेकर कई ऐलान किए। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने व्यापारियों को संबोधित किया। सीएम मान ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मंच से सीधी चेतावनी दी है, वहीं केजरीवाल ने व्यापारियों को साधने का प्रयास किया। अरविंद केजरीवाल ने व्यापारियों से पूछा कि क्या 75 साल में किसी सरकार ने इस तरह बैठ कर बातचीत की है। पुरानी सरकारें व्यापारियों को चोर समझते थी, उनकी सोच थी कि व्यापारियों को चूस लो। चुनावों के समय पैसे इक_े करने के लिए उन्हें व्यापारियों की याद आती थी, लेकिन हम आपको सम्मान देना चाहते हैं। उन्होंने इस दौरान दिल्ली की तरह पंजाब में भी 120 मोइक्रोन के पॉलीथिन लिफाफे को अपू्रवल देने का ऐलान किया। केजरीवाल ने कहा कि बीते दिन हमने 165 मोहल्ला क्लीनिक शुरू किए, अब 13 नए स्कूल ऑफ एमिनेंस शुरू किए गए हैं। अमृतसर में चार नए एमिनेंस स्कूल खुल गए हैं।

वहीं पवित्र शहर अमृतसर के व्यापारियों ने रविवार को गवर्नमेंट-बिजनेस मीट में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद इस नेक पहल के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया। अपने संबोधन में पंजाब प्रदेश चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्यारे लाल ने इस सरकारी-व्यापार बैठक की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रदेश को ऐसा मुख्यमंत्री मिला है, जो आम आदमी के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब सरकार के अथक प्रयासों से राज्य का प्राचीन गौरव बहाल होगा और रंगला पंजाब बनेगा। इसी तरह पेन एंड स्टेशनरी एसोसिएशन के समीर जैन ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि सरकार व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए उनकी मदद के लिए आगे आई है।

सीएम ने पूर्व सरकारों पर निकाला गुस्सा

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने भाषण में पंजाब की पूर्व सरकारों पर गुस्सा निकाला। सीएम मान ने कहा कि पंजाब से युवा सिस्टम से तंग आकर विदेश गए हैं। ये सरकारें हमेशा खजाना खाली होने की बात करते रहे, जबकि आम लोग सुबह उठते ही टैक्स देने लगते हैं। खजाना खाली बोलते बोलते 2.75 लाख करोड़ का कर्जा छोड़ गए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये पैसा कहां लगाए, मैं बताता हूं।