हिमाचल में कॉटन कैंडी पर बैन, कैंसर फैलाने वाले तत्त्व रोडामाइन की पुष्टि के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई

कार्यालय संवाददाता — नाहन

तमिलनाडु में कॉटन कैंडी में खतरनाक तत्त्व रोडामाईन पाए जाने के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग ने कॉटन कैंडी बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है। बच्चों को सबसे अधिक आकर्षित करने वाली कॉटन कैंडी में रोडामाइन की पुष्टि होने के बाद इसकी सेल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। खाद्य सुरक्षा विंग हिमाचल प्रदेश ने प्रदेश के सभी जिलों से कॉटन कैंडी के सैंपल उठाने के बाद इसके लैब जांच के बाद इनसानी सेहत के साथ इसका सेवन खतरनाक बताया है। कॉटन कैंडी में फूड सेफ्टी एवं स्टैंडर्ड एक्ट 2006 के तहत जांच में उजागर हुआ है कि रंगीन कॉटन कैंडी खाने के लायक नहीं है। इसमें रोडामाइन पाया गया है, जोकि इनसानी शरीर में कैंसर व अन्य खतरनाक रोगों को जन्म देता है, जबकि बच्चे कॉटन कैंडी न खरीदें, इसके लिए अभिभावकों को भी जागरूक रहने को कहा गया है।

बता दें कि प्रदेश में मेलों व त्योहारों पर बाहरी राज्यों से बड़ी संख्या में कॉटन कैंडी बेचने वाले पहुंचते हैं। बच्चे सबसे अधिक कॉटन कैंडी को लेकर लालायित रहते हैं। उधर, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सिरमौर प्रियंका कश्यप ने पुष्टि करते हुए बताया कि प्रदेश भर में कॉटन कैंडी की सेल उपयोग को बैन कर दिया गया है। स्वास्थ्य सचिव एवं खाद्य सुरक्षा विंग की कमीश्नर एम सुधा देवी के निर्देशों के बाद प्रदेश भर में कॉटन कैंडी के सैंपल सभी जिलों से उठाए गए हैं। दरअसल कॉटन कैंडी में प्रयोग की जा रही रोडामाइन कपड़े रंगने की डाई है, जिससे सीधे तौर पर कैंसर होता है। इसक इस्तेमाल को फूड सेफ्टी एवं स्टैंडर्ड एक्ट ने पूरी तरह से अनाधिकृत माना है। कॉटन कैंडी को सबसे अधिक चूंकि बच्चे प्रयोग कर रहे हैं, जिसके बाद खाद्य सुरक्षा विंग और भी चौकन्ना हो गया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जिला के पांवटा साहिब से भी कॉटन कैंडी का सैंपल उठाया गया था, जोकि सब स्टैंडर्ड पाया गया।