भाजपा विधायकों ने दिया कंटेंप्ट नोटिस का जवाब; अब स्पीकर के फैसले का इंतजार, कोर्ट जाने का भी विकल्प

जवाब दायर करने से पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक में हुई चर्चा

नौ विधायकों को दिया गया था प्रिविलेज और कंटेंप्ट नोटिस
स्पीकर चेंबर में हुड़दंग, मार्शल से धक्कामुकी करने का आरोप

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — शिमला
विपक्षी दल भाजपा के नौ विधायकों ने सोमवार को उन्हें दिए गए प्रिविलेज और कंटेंप्ट नोटिस का जवाब दायर करवा दिया है। यह नोटिस विधानसभा सचिव की ओर से दिया गया था, जिसमें जवाब दायर करने के लिए 18 मार्च, 2024 तक का समय था। जिन विधायकों को विधानसभा के बजट सत्र में 27 और 28 फरवरी की व्यवहार पर नोटिस दिया गया था, उनमें ऊना से सतपाल सत्ती, नाचन से विनोद कुमार, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलाह से विपिन परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जमवाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल थे। इनके ऊपर विधानसभा स्पीकर चेंबर में हुड़दंग करने, मार्शल के साथ धक्का मुकी करने और विधानसभा के भीतर कागज फाडक़र फेंकने के आरोप हैं।

नाहन से कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी की शिकायत पर विधानसभा के रूल्स ऑफ बिजनेस के नियम 79 के आधार पर यह नोटिस दिया गया था, जिसमें संविधान के अनुच्छेद 194 में दिए गए अधिकारों के तहत इन विधायकों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है। सोमवार को इस नोटिस का जवाब देने से पहले भाजपा विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई और सभी विकल्पों पर विचार किया गया। विधायक दल ने यह तय किया है कि पहले स्पीकर के फैसले का इंतजार किया जाएगा और उसके बाद कोर्ट जाने का विकल्प भी खुला रखा गया है। नोटिस का जवाब देने के बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि स्पीकर सत्ता पक्ष के अलावा विपक्ष की भी संरक्षक होते हैं। हमने अपनी बात उनके सामने रखी है और उनसे न्याय की उम्मीद है।