भाजपा का महिला विरोधी चेहरा आया सामने; नेगी बोले, महिलाओं को दिए 1500, बीजेपी कर रही विरोध

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी बोले; कांग्रेस ने महिलाओं को 1500 दिए, बीजेपी कर रही विरोध

विशेष संवाददाता — शिमला

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने 18 साल से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि प्रदान करना शुरू की है, लेकिन भाजपा नेता इस योजना को रुकवाने के लिए जोर लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों की परेशानियों से भली-भांति परिचित हैं। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि आम आदमी की परेशानियों को समाप्त करने के लिए मात्र 14 माह के कार्यकाल में वर्तमान राज्य सरकार ने भरपूर प्रयास किए हैं। जनकल्याण का एक नया अध्याय हिमाचल प्रदेश के इतिहास में जोड़ा गया है। राज्य सरकार के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। प्रदेश सरकार ने 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया, इससे उनका बुढ़ापा सुरक्षित हुआ है। सेवानिवृत्ति के बाद जिन कर्मचारियों को एनपीएस के तहत 2000 रुपए पेंशन प्राप्त हो रही थी, पुरानी पेंशन बहाल होने के बाद उन्हें 20-30 हजार से ज्यादा पेंशन मिल रही है।

राजस्व लोक अदालतों का आयोजन किया, जिसके तहत 90 हजार के अधिक इंतकाल व सात हजार से अधिक तकसीम के मामले निपटाए गए। पहले किसी भी सरकार ने लंबित राजस्व मामलों को निपटाने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार की नीयत और नीति साफ है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक आम परिवार से संबंध रखते हैं, इसलिए वह जनता के दर्द और उनकी कठिनाइयों को जानते हैं। इसीलिए जिन वर्गों की आवाज पिछले 75 वर्षों में कभी नहीं सुनी गई, राज्य सरकार ने उनके कल्याण के लिए भी योजनाएं बनाकर धरातल पर उतारी हैं। अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शुरू की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1.15 लाख विधवा एवं एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। इसके साथ ही उन्हें घर निर्मित करने के लिए 1.50 लाख रुपए की वित्तीय सहायता भी राज्य सरकार प्रदान कर रही है। इन्हीं योजनाओं के दम पर कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव तथा विधानसभा की छह सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए मैदान में उतरेगी और बड़ी विजय हासिल करेगी। जन-बल ही वर्तमान राज्य सरकार की ताक़त है और इसी ताक़त से धन-बल हारेगा।