स्टाफ नर्स के सहारे सीएचसी होली

चिकित्सक के अवकाश पर जाने से नौ पंचायतों के लोगों का बढ़ा मर्ज

निजी संवाददाता-होली
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होली में कार्यरत इकलौते चिकित्सक के अवकाश पर चले जाने से तहसील की नौ पंचायतों के लोगों का मर्ज दोगुना हो गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होली में इन दिनों स्टाफ के तौर एक स्टाफ नर्स के सहारे स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। चिकित्सक न होने से मरीजों को महंगे खर्च पर उपचार के लिए निजी क्लीनिकों या भरमौर और मेडिकल कालेज चंबा का रूख करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होली में पिछले काफी समय से स्टाफ की कमी चल रही है। पिछले कई महीनों से इकलौते चिकित्सक के सहारे काम चलाया जा रहा था। मगर इस चिकित्सक के पारिवारिक कारणों के अवकाश पर चले जाने से अब स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो रह गई है। होली में स्टाफ के नाम पर एक स्टाफ नर्स व एंबुलेंस स्टाफ ही सेवा दे रहा है।

उन्होंने बताया कि चिकित्सक न होने से मरीजों का स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर बैरंग लौटना पड़ रहा है। आपातकाल में मरीजों को भरमौर या मेडिकल कालेज चंबा जाना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यप्रणाली से लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। उन्होंने सरकार से जल्द सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरकर राहत प्रदान करने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि जल्द रिक्त पदों के न भरे जाने की सूरत में कड़े कदम उठाते आगामी दिनों में सडक़ों पर उतरकर आंदोलन की राह अपनाने को मजबूर होना पड़ेगा।

एनपीए बहाली के लिए पेन डाउन स्ट्राइक
उल्लेखनीय है कि एनपीए बहाली, एश्योड करियर प्रोग्रेशन, डायनेमिक करियर प्रोग्रेशन स्कीम, डीपीसी को रेगुलर करने, निदेशक प्रोजेक्ट का कार्यभार स्वास्थ्य निदेशक को सौंपने और पदोन्नित योग्यता एवं वरिष्ठता के आधार पर देने की मांग को लेकर चिकित्सक पिछले काफी दिनों से काले बिल्ले लगाकर डयूटी कर रहे थे। आंदोलन के दूसरे चरण में अब चिकित्सक रोजाना अढ़ाई घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक कर रहे हैं।