सिंगापुर विजिट के लिए जाने वाले शिक्षकों की दूसरी सूची पर विवाद, इस संघ ने लगाया यह आरोप

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने दूसरे चरण में सिंगापुर एक्सपोजर विजिट पर भेजे जाने वाली दूसरी सूची पर विवाद हो गया है। हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने निदेशक उच्च पर आरोप लगाया है कि विदेश जाने वाले शिक्षकों के चयन में विभाग ने पिक एंड चूज नीति को अपनाया है । उसकी तरफ से शिक्षकों को विदेश भेजने को लेकर दस अलग-अलग पत्राचार के माध्यम से शिक्षकों को चयन कर एसपीडी कार्यालय को नामों की सूची भेजी थी। बाद में दो मार्च को निदेशक उच्च ने पहले स्क्रीनिंग कमेटी के द्वारा चयनित शिक्षकों को बदलकर नए नाम या कुछ नाम काट दिए। जब एक बार स्क्रीनिंग कमेटी ने चयन कर किसी शिक्षक को योग्य घोषित कर नाम स्पांसर कर दिया है, तो बाद में उसे सूची से हटाना कितना उचित और सही है।

इस पर हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है उन्होंने इसकी शिकायत शिक्षा मंत्री और सचिव शिक्षा राकेश कंवर से भी की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने लिखित में दी अपनी शिकायत में सरकार से इस पर इंक्वारी करने की मांग की थी। वीरेंद्र चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि जिस तरह से कोटा निर्धारित किया था उसके तहत शिक्षकों को नहीं भेजा जा रहा है। उदाहरण के लिए मुख्य अध्यापकों के वर्ग से 20 मुख्याध्यापकों को विदेश जाना था जिसमें से नौ को ही भेजा जा रहा है।