भरमौर में लगेगा फायर फाइटिंग सिस्टम

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अग्रिकांड के बचाव के लिए करोड़ों के प्रोजेक्ट को दी मंजूरी

कार्यालय संवाददाता-भरमौर
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जनजातीय क्षेत्र भरमौर के गांवों में आग की घटनाओं से जान-माल के नुक्सान के बचाव के लिए करोड़ों रुपयों के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. जनक राज के निर्देशों पर जल शक्ति विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया था और मंजूरी के लिए आगे भेजा गया था। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति की मुहर लगाते हुए 23.14 करोड़ की राशि इस प्रोजेक्ट के तहत स्वीकृत कर दी है। आरंभिक चरण में तहसील भरमौर, होली और मैहला विकास खंड के तहत आने वाली पंचायतों को इस कार्य हेतु चिन्हित किया गया है।

भरमौर के तहत आने वाली गांवों में अधिकांश मकान लकड़ी के है। सर्दियों के सीजन में ग्रामीण पशुओं के लिए सूखी घास और लकडिय़ां एकत्र करके रखते है। इसी के चलते हल्का सा शॉट सर्किट होने की स्थिति में अग्निकांड हो जाते है और गांव में एक-दूसरे से मकान सटे होने के चलते कई मर्तबा भारी नुक्सान भी उठाना पड़ता है। हांलाकि क्षेत्र में कई गांव सडक़ सुविधा से नहीं जुड़ पाए है तो कई गांवों के मुहाने तक ही सडक़ है। लिहाजा इसी स्थिति को देखते हुए विधायक डा. जनक राज ने गांवों में फायर फाइटिंग सिस्टम स्थापित करने हेतु जलशकित विभाग को एक विस्तृत परियोजना तैयार करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत विस क्षेत्र के जिन गांवों के मुहाने तक सडक़ जाती है, वहां से लेकर गांव के भीतर तक फायर हाइडेंट लगाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। वहीं विधायक ने इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट करार देते हुए विभाग को तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए थे। फायर फाइटिंग सिस्टम स्थापित करने हेतु 23.14 करोड़ रुपए की मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके तहत होली तहसील के कुलेठ, होली, गरोला और इसकी आसपास की पंचायतों में फाइटिंग सिस्टम हेतु 7.05 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मैहला की पंचायतों में इस सिस्टम को स्थापित करने के लिए 7.53 करोड़ की राशि मंजूर हुई है। भरमौर के कुगती, खणी, ग्रीमा व भरमौर समेत इसके आसपास की पंचायतों के लिए 8.56 करोड़ रुपए की डीपीआर को आपदा प्रबंधन की ओर से हरी झंडी दी गई है।

विधायक डा. जनक राज के बोल
विधायक डा. जनक राज का कहना है कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से 23.14 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के गांवों में आग की घटनाओं के होने की स्थिति में इस पर काबू पाने के लिए पुख्ता प्रबंध अभी तक नहीं है।