कोर्ट जा सकता है निर्दलियों का मामला, विधानसभा स्पीकर ने अभी तक स्वीकार नहीं किया है इस्तीफा

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-शिमला

तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफों का मामला अब कोर्ट जा सकता है। दिल्ली में भाजपा में शामिल होने से पहले तीनों निर्दलीय विधायक देहरा से होशियार सिंह, नालागढ़ से केएल ठाकुर और हमीरपुर से आशीष शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया से मिलकर इस्तीफा दे दिया था। उसके अगले दिन दिल्ली में ये भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, लेकिन अभी तक स्पीकर ने रिजाइन को स्वीकार नहीं किया है। निर्दलीय विधायकों और भाजपा को यह अंदेशा पहले से था। इसीलिए इस्तीफा सौंपते समय वीडियोग्राफी भी करवाई गई। ये तीनों विधायक इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भी मिले थे।

इस्तीफा देने के अगले दिन भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही एंटी डिफेक्शन लॉ में यह वैसे भी डिसक्वालीफाई हो जाएंगे, लेकिन इस डिस क्वालिफिकेशन पर भी संज्ञान स्पीकर को ही लेना है। निर्दलीय विधायकों के लिए दिक्कत की बात यह है कि यह ज्यादा समय तक इंतजार नहीं कर सकते। इनका लक्ष्य लोकसभा चुनाव के साथ उप चुनाव लडऩा है। उपचुनाव भी तभी होगा, जब अप्रैल के महीने तक वैकेंसी घोषित हो जाए।

हिमाचल में लोकसभा के चुनाव और विधानसभा के उप चुनाव के लिए 7 मई 2024 को नोटिफिकेशन होनी है। समय के महत्व को देखते हुए अब भारतीय जनता पार्टी ने राजभवन और विधानसभा अध्यक्ष को महाराष्ट्र असेंबली के मामले में कोर्ट की एक जजमेंट भेजी है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि और भी कई राज्यों के मामले में इस तरह के फैसले आए हैं। स्पीकर अब इसमें ज्यादा समय नहीं लगा सकते। भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर भी इस मामले को पहले देखा है और जल्द ही कानूनी विकल्प को भी आजमाया जा सकता है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश विधानसभा के मामलों में कई कोर्ट के ऑर्डर इस बारे में पहले से हैं।