FIR तक सिमटी खरीद-फरोख्त की जांच, आशीष शर्मा ने दो सप्ताह बाद भी ज्वाइन नहीं की पुलिस इन्वेस्टिगेशन

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त की जांच एफआईआर तक ही सिमट कर रह गई है। अभी तक न तो हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने पुलिस इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन की है और न ही पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पुलिस थाना बालूगंज में पेश हुए हैं। पहली अप्रैल को अदालत में राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त मामले की सुनवाई होनी है। अदालत ने दोनों को पुलिस इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने को कहा है, लेकिन अभी तक विधायक और पूर्व विधायक के पिता ने पुलिस इन्वेटिगेशन ज्वाइन नहीं की है। बीते दिनों क्रॉस वोटिंग मामले में हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा को शुक्रवार पुलिस थाना बालूगंज में पेश नहीं हुए थे। इन दोनों के वकील पुलिस थाना बालूगंज के समक्ष हाजिर हुए। वकीलों ने पुलिस को बताया कि राकेश शर्मा और आशीष शर्मा की तबीयत ठीक नहीं है।

पुलिस थाना बालूगंज में पहुंचे विधायक आशीष शर्मा के वकील ने उनके पेट खराब होने की दिक्कत बताई थी और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा के वकील ने उन्हें बीपी की दिक्कत बताई थी। गौर रहे कि हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और कांग्रेस के बागी व गगरेट के निष्कासित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर राज्यसभा चुनाव में वोटों की खरीद फरोख्त करने और करोड़ों के लेन देन के आरोप लगाए गए हैं। राकेश शर्मा और आशीष शर्मा पर बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचने और विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलिकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद करने का आरोप हैं।