15 मार्च को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाया जाता है। जानकार यह भी बताते हैं कि अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने इस दिवस को मनाने की पहल की थी ताकि उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके। आज दुनिया भर में डिजिटल क्रांति की हवा तो चल रही है, लेकिन इसमें धोखाधड़ी ने भी बाधा डाली है। इसके प्रति भी बैंक और अन्य आर्थिक अदारों के प्रति उपभोक्ताओं को जागरूक करना बेहद जरूरी है।
भारत में भी सरकारें लोगों को बाजारी धोखाधड़ी से बचने के लिए कायदे-कानून बनाती हैं और इसके प्रति जागरूक करने के लिए कई प्रयास करती हैं, लेकिन सरकारों के ये प्रयास निरर्थक हैं, जब तक लोग इसके प्रति गंभीर नहीं होते। बिना बिल के लोगों को कोई सामान लेना ही नहीं चाहिए।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा