एचपीयू में मल्टीपल एंट्री-एग्जिट प्लान, नए सत्र से करीब तीन लाख छात्रों को मिलेगी सुविधा

नए सत्र से करीब तीन लाख छात्रों को मिलेगी सुविधा, कुलपति ने जारी किए निर्देश

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

हिमाचल यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले करीब तीन लाख छात्रों के लिए इस साल से मल्टी एंट्री एवं एग्जिट प्लान को शुरू कर दिया गया है। इस सत्र से कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने सभी छात्रों के लिए इस सिस्टम को शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसमें एक साल के बाद सर्टिफिकेट, दो साल के बाद डिप्लोमा, तीन साल के बाद डिग्री और चार साल के बाद ऑनर्स डिग्री लेने का प्रावधान होगा। नई शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के तहत नए सत्र में एडमिशन होगा।

उच्च शिक्षण संस्थानों में नई शिक्षा नीति के तहत लागू होने वाली मल्टीपल एंट्री व मल्टीपल एग्जिट की व्यवस्था के अनुसार विश्वविद्यालय एक वर्ष के बाद विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट कोर्स देंगे। दो वर्ष के बाद विद्यार्थी को डिप्लोमा, तीन वर्ष के बाद डिग्री और चार वर्ष के बाद विद्यार्थी को डिग्री विद ऑनर्स और रिसर्च देंगे। कई कालेजों ने इसकी व्यवस्था कर दी है, लेकिन जिन शिक्षण संस्थानों ने अभी भी इसकी व्यवस्था नहीं की है, उन्हें तुरंत इस दिशा में कार्य पूरा करना होगा।

एक साथ दो कोर्स

स्टूडेंट्स दो कोर्स में एडमिशन लेकर ऑफलाइन पढ़ाई भी कर सकते हैं। अगर चाहे, तो एक कोर्स ऑफलाइन और एक कोर्स डिस्टेंस लर्निंग सिस्टम के माध्यम से कर सकते हैं। यूनिवर्सिटियों को ऑनलाइन कोर्स में जोडऩे के लिए स्वयं पोर्टल पर काम करना होगा।

रजिस्ट्रेशन जरूरी

सभी यूनिवर्सिटियों को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को भी इसकी जानकारी देनी होगी। सभी को वेबसाइट पर एबीसी की जानकारी अपलोड करनी होगी। ग्रेजुएशन व पीजी प्रोग्राम में स्टूडेंट्स को उनकी सुविधा के अनुसार मल्टीपल एंट्री-एग्जिट की सुविधा के साथ एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट का लाभ भी देना होगा।