जान हथेली पर लेकर दुर्घेड़ पुल से गुजर रहे लोग

पुल के किनारे की रेलिंग टूटने, फर्श के लकड़ी के फट्टे उखडऩे से हर पल हादसे का डर
निजी संवाददाता-मैहला
मैहला विकास खंड की तीन पंचायतों जोडऩे वाले दुर्घेड़ नाले पर निर्मित पुल की खस्ताहालत के चलते ग्रामीणों की आवाजाही काफी रिस्की होकर रह गई है। पुल के किनारे की रेलिंग टूटने के अलावा फर्श के लकड़ी के फट्टे भी उखड़ चुके हैं। ऐसे में ग्रामीणों को जान हथेली पर लेकर पुल से गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीणों की पुल की मरम्मत करवाकर आवाजाही को सुरक्षित बनाने की मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। ग्रामीण नरेश कुमार, काका राम, संजय, पवन, दिनेश, कर्म सिंह, सुधीर व दलीप आदि ने बताया कि इस पुल के जरिए रोजाना बकानी, धिमला व दाडवी पंचायत के सैकड़ों लोग आवाजाही करते हैं।

उन्होंने बताया कि इस पुल का निर्माण करीब तीस वर्ष पहले करवाया गया था। मगर देख-रेख के अभाव में पुल की हालत खराब होने के चलते हर वक्त हादसे का डर लगा रहता है। उन्होंने बताया कि कई मर्तबा पुल के टूटे फर्श में पांव फंसने के कारण ग्रामीण चोटिल भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण काफी अरसे से पुल के मरम्मत कार्य की मांग उठा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से जल्द संबंधित विभाग को पुल का मुरम्मत कार्य करवाकर ग्रामीणों की आवाजाही को सुरक्षित बनाने की मांग उठाई है। बहरहाल, विकास खंड की तीन पंचायतों को जोडऩे वाले दुर्घेड़ पुल की हालत जर्जर होने से ग्रामीणों की आवाजाही जोखिम भरी साबित हो रही है।