‘बौनी गुडिय़ा’ पुस्तक का विमोचन, सतनाम सिंह संधू ने लेखक मयंक मिश्रा की नई रचना की लांच

राज्यसभा सांसद व सीयू के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने लेखक मयंक मिश्रा की नई रचना की लांच

स्टाफ रिपोर्टर — मोहाली

शहर के वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और समाजसेवक मयंक मिश्रा की नई किताब ‘बौनी गुडिय़ा’ का विमोचन राज्यसभा सांसद और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने किया। संधू ने मयंक को इस किताब के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि बाल साहित्य समय की जरूरत है। संधू ने लेखक को बधाई देते हुए उन्हें आगे भी इसी तरह से लिखते रहने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर संवाद साहित्य मंच, चंडीगढ़ के अध्यक्ष प्रेम विज और वरिष्ठ शिक्षाविद्, साहित्यकार व कवि डा. विनोद शर्मा भी मौजूद थे। मयंक की यह दसवीं किताब है और यह उनका पहला बाल कहानी संग्रह है। सृष्टि प्रकाशन की ओर से प्रकाशित ‘बौनी गुडिय़ा’ में कुल 25 लघु कहानियां हैं। किताब की हर कहानी प्रेरणा देती है और हर कहानी में कोई न की संदेश छिपा है। मयंक ने कहा कि सतनाम सिंह संधू के हाथों से किताब का विमोचन करवाना उनके लिए गर्व का पल है, क्योंकि 2011 में उन्होंने संधू जीवन पर आधारित किताब ‘शून्य से शिखर तक’ लिखी थी, जो कि सभी के लिए प्रेरणादायक है।

मयंक की नई किताब पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रेम विज ने कहा कि किताब की प्रत्येक कहानी में बच्चों को सबक दिया गया है। उन्होंने आशा व्यक्ति की कि यह कहानी संग्रह किशोर अवस्था के पाठकों में विशेष स्थान बनाने में सफल रहेगा। डा. विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि सभी कहानियां भावपूर्ण और दिल को छू लेने वाली हैं। वहीं, मानव मंगल गु्रप ऑफ स्कूल्स के डायरेक्टर संजय सरदाना ने कहा कि किताब में अलग-अलग विषयों पर बच्चों के लिए कहानियां हैं और हर कहानी ऐसी है, जिससे बच्चे खुद को कहीं न कहीं से जोड़ पाएंगे और कुछ न कुछ सीख भी ले सकेंगे। गौरतलब है कि मयंक को 2018 में चंडीगढ़ साहित्य अकादमी से सर्वश्रेष्ठ किताब का पुरस्कार भी मिल चुका है। उनके कहानी संग्रह ‘रिश्ते’ को चंडीगढ़ साहित्य अकादमी की ओर से पुरस्कृत किया गया था। 2021 में मयंक की नौवीं किताब ‘रिश्तों की महक’ प्रकाशित हुई थी, जिसमें कुल 20 लघु कहानियां थीं।