शहीद-ए-आजम अजायब घर समर्पित, सरकार के दो साल पूरे होने पर शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव में नतमस्तक

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सरकार के दो साल पूरे होने पर शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव में नतमस्तक

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — चंडीगढ़

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अपने कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर शनिवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव में नतमस्तक हुए। इस मौके पर उन्होंने पंजाब को हरेक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाकर महान शहीद के सपनों को साकार करने के लिए और भी बड़े प्रयास करने का प्रण लिया। शहीद-ए-आजम के जीवन को दिखाने के लिए हाइटैक अजायब घर को समर्पित करने के उपरांत जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ठीक दो साल पहले उन्होंने इस पवित्र धरती पर कसम उठाने के बाद ही अपना पद संभाला था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर अब तक उनका हर कार्य उस महान शहीद के सपनों को पूरा करना है, जिन्होंने देश को विदेशी साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार ने इस उद्देश्य को लेकर राज्य के विकास को बढ़ावा देने और यहाँ के लोगों की खुशहाली को यकीनी बनाने के लिए कई लोक हितैषी और नागरिक केंद्रित योजनाएं शुरू की हैं।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पिछले दो सालों में उन्होंने एक मिनट के लिए भी आराम नहीं किया और राज्य की तरक्की के लिए लगातार यत्न किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके नतीजे सामने आने शुरू हो गए हैं, क्योंकि राज्य सरकार के अथक यत्नों के स्वरूप पंजाब में जश्न मनाने के समागम होने शुरू हो गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले सालों में भी इस गति को बरकरार रखा जाएगा और पंजाब जल्दी ही देश का अग्रणी राज्य बन जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरूओंए पीरों-पैगंबरों, संतों-महापुरुषों और शहीदों के आशीर्वाद से उनकी सरकार साफ नीयत के साथ लोगों की भलाई के लिए काम कर रही है। शहीद भगत सिंह राज्य और देश के नौजवानों के लिए जोश और निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का रोल मॉडल हैं। मान ने कहा कि यह धरती उनके लिए प्रेरणा स्रोत रही है और जब वह पहली बार एमपी चुने गए थे तो सर्टिफिकेट लेने के तुरंत बाद माथा टेकने आए थे।