दो हफ्ते में सौंपो लड़कियों की घटती संख्या की रिपोर्ट

जिलास्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति की बैठक में उपायुक्त ने दिए निर्देश, पोषण ट्रैकर में सही आंकड़ों को दर्ज करने की भी कहा बात

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-चंबा
उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने जिला चंबा में बालिका के घटते हुए अनुपात पर समस्त विभाग को इसके कारणों का पता लगाकर दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने साथ ही यह निर्देश भी दिए हैं कि जिला चंबा में मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत कोई भी लाभार्थी नहीं छूटना चाहिए। इसके लिए आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता सुख आश्रय योजना को घर-घर तक प्रचार करें। वह बुधवार को बचत भवन में आयोजित जिलास्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति की बैठक में बोल रहे थे। उपायुक्त ने सक्षम आंगनबाड़ी के अंर्तगत सौ भवनों पर व्यय पर भी चर्चा की। इसके साथ ही जिला ग्रामीण विकास अभिकरण को आदेश दिए कि आंगनबाड़ी भवनों में जल्द शौचालयों का निर्माण करवाया जाए। उपायुक्त ने पोषण अभियान की समीक्षा करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश किए कि वे पोषण ट्रैकर में सही आंकड़ों को दर्ज करवाएं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सभी लाभार्थियों को राशन वितरित करने के साथ ही अति कुपोषित बच्चों की लगातार निगरानी करें। कुपोषित बच्चे की पहचान होने पर उन्हे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में रैफर करें।

पोषण पखवाड़े की सभी गतिविधियों को पोषण अभियान के डैशबोर्ड में अंकित करें। बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. जालम भारद्वाज, शिक्षा उपनिदेशक उच्चतर प्यार सिंह चाढक़ के अलावा बाल विकास परियोजना अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय से लेख राज, मनोहर नाथ, विकास शर्मा ज्योति, रंजना शर्मा, अपराजिता व तनु महाजन के अलावा जिला बाल संरक्षण इकाई और सीसीआई चंबा, साहो व तीसा के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।

योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार पर करें फोकस
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश कुमार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, शगुन योजना, बेटी है अनमोल योजना, मदर टेरेसा मात्री सहाय संबल योजना, विधवा पुनर्विवाह, स्वयं रोजगार योजन, विशेष महिला उत्थान योजना तथा प्रधान मंत्री मात्रु वंदना योजना के तहत अर्जित उपलब्धियों का ब्यौरा पेश किया। उन्होंने इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार पर विशेष फोकस करने को भी कहा।