बिजली कर्मचारियों से हटी टैक्स की तलवार, बोर्ड ने NSDL में जमा करवाए कर्मियों के 67 करोड़

विद्युत बोर्ड ने एनएसडीएल में जमा करवाए कर्मियों के 67 करोड़ रुपए

अप्रैल 2023 से काटा गया था 6100 कर्मचारियों एनपीएस का शेयर

विशेष संवाददाता-शिमला

बिजली बोर्ड ने एनपीएस से काटे कर्मियों के शेयर को एनएसडीएल में जमा कर दिया है। बिजली बोर्ड के 6100 कर्मचारियों के खाते से 24 प्रतिशत के हिसाब से 67 करोड़ रुपए एनएसडीएल में जमा किए गए हैं। दरअसल, 31 मार्च से पहले तक बिजली बोर्ड को एनपीएस शेयर की जानकारी सार्वजनिक करनी थी। यह रकम एनएसडीएल में जमा नहीं होती तो इसे कर्मचारियों को वापस लौटाना पड़ता और इस स्थिति में उन्हें टैक्स की अदायगी करनी पड़ती। फिलहाल, कर्मचारियों के सिर पर लटक रही टैक्स की तलवार जरूर हट गई है। लेकिन अप्रैल 2023 से बिजली बोर्ड में पड़ा कर्मचारियों का एनपीएस शेयर भी अब जमा हो गया। दरअसल, राज्य सरकार ने एनएसडीएल में जमा कर्मचारियों के पैसे केंद्र से वापस मांगें हैं। ऐसी स्थिति में बिजली बोर्ड के इस कदम से कर्मचारी सकते में आ गए हैं। फिलहाल, एनएसडीएल में एनपीएस शेयर जमा होने को कोई बड़ा असर ओल्ड पेंशन बहाली पर नहीं पड़ेगा। सरकार लोकसभा चुनाव के बाद ओल्ड पेंशन पर फैसला ले सकती है।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने अप्रैल 2023 से सभी विभागों में ओल्ड पेंशन को लागू कर दिया है। ओल्ड पेंशन के दायरे में परिवहन निगम के कर्मचारी भी शामिल कर लिए गए हैं, लेकिन बिजली बोर्ड को इसका कोई फायदा अभी तक नहीं हो पाया है। बिजली बोर्ड कर्मचारियों का एनपीएस शेयर अप्रैल महीने से कट रहा है। इसमें 10 फीसदी हिस्सा कर्मचारियों का है जबकि 14 फीसदी बिजली बोर्ड अदायगी कर रहा है। इस शेयर के कटने के बावजूद राशि को एनएसडीएल में जमा नहीं किया गया था।

ओल्ड पेंशन बहाल होने की संभावना कम

मुख्यमंत्री के आश्वासन और सरकार के नरम रुख की वजह से बिजली बोर्ड प्रबंधन ओल्ड पेंशन लागू होने का इंतजार कर रहा था। लेकिन अब 31 मार्च तक ओल्ड पेंशन बहाल होने की संभावना लगभग खत्म होने के बाद बिजली बोर्ड ने 67 करोड़ रुपए एनएसडीएल में जमा करवा दिए हैं। बिजली बोर्ड प्रबंधन के इस कदम से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।