मैक्स हॉस्पिटल को सरकारी जमीन का मुद्दा गूंजा; कुलवंत सिंह ने पूछा, अस्पताल से मिले 138 करोड़ कहां गए

मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह ने बजट सत्र में पूछा, पंजाब सरकार को अस्पताल से मिले 138 करोड़ कहां गए

स्टाफ रिपोर्टर — मोहाली

पंजाब विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान मोहाली निर्वाचन क्षेत्र के विधायक कुलवंत सिंह ने पिछली सरकारों द्वारा मैक्स अस्पताल को सरकारी जमीन दिए जाने का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया। कुलवंत सिंह ने विधानसभा में सवाल पूछा कि पंजाब सरकार को मैक्स हॉस्पिटल से मिले 138 करोड़ रुपए कहां खर्च हुए हैं। उन्होंने संदेह व्यक्त करते हुए पूछा कि क्या पंजाब सरकार द्वारा अस्पताल को मिलने वाली करोड़ों की राशि से गरीब लोगों को सुविधाएं मिल रही हैं। विधायक कुलवंत सिंह पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डा. बलबीर सिंह से एक सवाल पूछा गया था कि पंजाब सरकार द्वारा मैक्स हॉस्पिटल फेज 6 एसएएस सरकारी अस्पताल की जमीन का एक हिस्सा शहर को कुछ शर्तों पर अस्पताल के निर्माण के लिए दिया गया था, जैसे अस्पताल के बाद मरीजों या अन्य स्रोतों से अस्पताल को प्राप्त कुल राशि का एक हिस्सा सरकार को देने के आधार पर। चालू है। बताया गया कि क्या मैक्स हॉस्पिटल द्वारा सभी शर्तें पूरी की जा रही हैं।

उन्होंने पूछा कि क्या शर्तों के मुताबिक इस अस्पताल द्वारा बकाया राशि पंजाब सरकार को जमा करवाई जा रही है। यदि जमा किया गया है तो सरकार द्वारा अब तक कितना पैसा प्राप्त हुआ है और क्या उस पैसे को गरीबों के मुफ्त इलाज और अन्य सुविधाओं पर खर्च किया जा रहा है या इस पैसे का उपयोग कहीं और किया जा रहा है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री से इस बारे में विवरण साझा करने का अनुरोध किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब में अन्य जगहों पर अस्पताल निर्माण, मरम्मत, दवाइयों पर खर्च किया जाता है। इसके साथ ही मोहाली में स्वास्थ्य इकाइयों, अस्पतालों सहित जहां भी जरूरत होती है। वहां पैसा जाता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूरी जानकारी विधायक कुलवंत सिंह को प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है और स्वास्थ्य क्षेत्र के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।

मंत्री बोले, मरम्मत-दवाओं पर खर्चे 13.24 करोड़

विधायक कुलवंत सिंह के सवाल का जवाब देते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने कहा कि इस पैसे के इस्तेमाल को लेकर प्रधान एवं स्वास्थ्य कल्याण के तहत एक कमेटी का गठन किया गया है। इस पैसे का इस्तेमाल सरकारी अस्पतालों की मरम्मत, दवाओं, अस्पताल के लंबित बिजली बिलों में किया गया है, जिसमें से 13 करोड़ 24 लाख खर्च का भुगतान किया गया है।