कांग्रेस और भाजपा की अग्निपरीक्षा…

प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों के सुक्खू सरकार का साथ छोडऩे के कारण हलचल मची हुई है। इसने आम जनता को हैरान कर दिया है और प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा। इस हलचल से भाजपा को फायदा होगा या कांग्रेस को, यह तो लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के बाद ही पता चलेगा। यह भी अटल सच्चाई है कि लोकतंत्र में जनता जनार्दन के दिल में क्या है, यह समझना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन भी है। खबरों के मुताबिक ये सभी विधायक सुक्खू सरकार और पार्टी हाईकमान से खफा चल रहे थे।

हिमाचल राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग होना यह सिद्ध करता है कि कांग्रेस के अपने ही लोग अपनी ही पार्टी से परेशान हैं और पार्टी हाईकमान भी इस मनमुटाव को दूर करने में नाकाम है। जो चुनाव होने वाले हैं, उनमें दोनों दलों की अग्निपरीक्षा होगी।

-राजेश चौहान, सुजानपुर टीहरा