टौणीदेवी में उल्टी-दस्त के मरीज 300 पार; जल शक्ति-स्वास्थ्य विभाग ने भरे पानी के सैंपल, ओपीडी में लंबी लाइनें

निजी संवाददाता-टौणीदेवी

स्वास्थ्य खंड टौणीदेवी के पांच से अधिक गांव उल्टी व दस्त की बीमारी की चपेट में आ गए हैं। बीमारी की चपेट में आकर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों का आंकड़ा 300 पार कर चुका है। अस्पताल में भारी संख्या में मरीजों का पहुंचना जारी है। अधिकतर मरीज ग्वारडू, लोहाखर, टौणी देवी, चाहड़, टपरे, बारी, महाड़े, घलोट, सिसवा, भारी, खंदेहड़ा, लडयोह व झनिककर गांवों से संबंधित हैं। मरीजों का कहना है कि पिछले तीन दिन पहले उन्हें उल्टी-दस्त अचानक लग गए। सभी मरीजों ने जल शक्ति विभाग के पेयजल टैंकों पर सवाल उठाए। सोमवार को जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अलग-अलग हिस्सों से पानी के सैंपल भरे हैं। इनमें कुछ सैंपल पुराने जल स्रोतों व खातरियों इत्यादि के भी भरे गए हैं।

जल शक्ति विभाग के बारी सेक्शन के कनिष्ठ अभियंता नितिन भारद्वाज के मुताबिक कुल छह सैंपल बारी के टैंकों और मंदिर की खातरी के भरे गए हैं। जल शक्ति विभाग ने अपने सभी पेयजल टैंकों में ब्लीचिंग पाउडर का छिडक़ाव भी किया है। सिविल अस्पताल टौणीदेवी में 15 लोगों को भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग को भी इसकी रिपोर्ट मिलते ही स्थिति पर कंट्रोल करने के लिए विभाग ने अलग-अलग टीमें बनाकर इन गांवों में भेजी। बीएमओ डा. अवनीत शर्मा का कहना है कि लोगों से बात की गई है स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आरके अग्निहोत्री ने बताया कि टौणीदेवी क्षेत्र के कुछ गांवों में डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कदम उठाए हैं। विभाग की 26 टीमों ने क्षेत्र के कुल 27 गांवों का दौरा करके लोगों की जांच की है।