गेहूं बेचने को 384 ने करवाया पंजीकरण

प्रदेश में किसानों से फसल खरीदने को चार अपै्रल से खुले हैं केंद्र

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

प्रदेश में किसानों से गेहूं की फसल खरीदने के लिए बनाए गए गेहूं खरीद केंद्र चार अपै्रल से खोल दिए गए हैं, लेकिन दो सप्ताह बाद भी किसान गेहूं खरीद केंद्रों में फसल बेचने नहीं पहुंचे हैं। इसके पीछे एक कारण यह माना जा रहा है कि अभी तक खेतों में किसानों ने गेहूं की फसल की कटाई शुरू नहीं की है। अधिकतर जगहों पर गेहूं की कटाई शुरू नहीं हो पाई है। प्रदेश में किसानों से गेहूं की फसल खरीदने के लिए विभाग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रदेश में किसानों से गेहंू की फसल खरीदने के लिए गेहूं खरीद केंद्र चार अप्रैल से खोल दिए गए हैं। अब तक 384 किसानों ने गेहूं की फसल बेचने के लिए विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है। 384 में से 122 किसानों को गेहूं की फसल बेचने के लिए टोकन जनरेट किए गए हैं। राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किसानों से गेहूं की फसल की खरीद की जाएगी। विभाग द्वारा दस हजार मीट्रिक टन गेहंूू की फसल खरीदने का लक्षय तय किया गया है।

प्रदेश में किसानों से गेहंू की फसल की खरीद करने के लिए दस गेहूं ूखरीद केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें अनाज मंडी फतेहपुर, मिलवां, इंदौरा, रियाली, नगरोटा बगवांं/टांडा कोहली जिला कांगड़ा, धौलाकुआं, पावंटा साहिब, मार्केट यार्ड नालागढ़, मलपुर बद्दी तथा मार्केट यार्ड टकारला, रामपुर जिला ऊना शामिल है। इन मंडियों के माध्यम से किसानों से गेहंू फसल की जाएगी। प्रदेश में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों को द्धश्चड्डश्चश्चश्च.द्बठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पोर्टल पर जाकर अपनी फसल का ब्यौरा भरने के बाद किसानों का गेहंू की फसल बेचेने के लिए पंजीकरण करना होगा।