153 छात्रों की छात्रवृति पर संकट, यह है कारण

रिमांडर के बावजूद भी आवेदन फॉर्म में गलतियांशिक्षा

विभाग ने दिया अंतिम मौका

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में ऐसे छात्र जिन्होंने स्कॉलरशिप स्कीम के लिए गलत तरीके से आवेदन किया है वे अपनी स्कॉलरशिप से चूक सकते हैं। शिक्षा विभाग की ओर से इन्हें अंतिम मौका दिया गया है। इन छात्रों ने अपने फॉर्म वेरिफाई नहीं किए हैं। इसमें यूनिवर्सिटी्र कॉलेज और स्कूल के छात्र शामिल है। इन छात्रों में 153 स्कॉलरशिप आवेदन शिक्षा विभाग को मिले हैं। इसमें से 95 एप्लीेकेंट ऐसे हैं जिन्होंने फ्रैश अप्लाई किया है इसके साथ ही 58 एप्लीेकेंट ऐसे हैं जिन्हें अपने फॉर्म रि-वेरिफाई करने थे। लेकिन अब शिक्षा विभाग ने इन सभी छात्रों को एक बार फिर रिमाइंडर जारी किया है। इसमें पोस्ट मैट्रिक एससी और प्री-मैट्रिक एससी के छात्र शामिल है। नेशनल स्कीम पोर्टल पर इन्हें आवेदन करना होगा। समय पर आवेदन न करने वाले छात्रों को छात्रवृति नहीं मिलेगी। इसके साथ संस्थान खुद इसके लिए जिवार होंगे।

अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ हरीश कुमार ने इस बारे में सभी शिक्षण संस्थानों को निर्देश जारी किए हैं। हिमाचल ने साल से एचपी ई पास पोर्टल को बंद कर नेशनल पोर्टल के माध्यम से ही छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की व्यवस्था शुरू की है। सभी शिक्षण संस्थानों को नेशनल पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया था। पोर्टल पर पंजीकरण के बाद ही छात्रवृत्ति आवेदन वेरिफिकेशन की स्कूलों को मंजूरी मिलती है। वेरिफिकेशन के बाद ही छात्रवृत्ति देने की प्रक्रिया शुरू होती है।

—-सोनिया-