सेक्स स्कैंडल में फंसा देवेगौड़ा का पोता

जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कई अश्लील वीडियो वायरल

एजेंसियां — बंगलुरु

लोकसभा चुनाव के बीच कर्नाटक की राजनीति में भूचाल आ गया है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और हसन लोकसभा सीट से जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना कथित सेक्स स्कैंडल में फंस गए हैं। कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। वहीं, एसआईटी गठित करने के बाद प्रज्वल ने देश छोड़ दिया है और वह जर्मनी के फ्रैंकफर्ट चले गए हैं। उधर, देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और पोते प्रज्वल रेवन्ना पर रविवार को सेक्शुअल हैरेसमेंट का केस दर्ज हुआ है। ये केस उनकी महिला बावर्ची की शिकायत पर होलेनरसीपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह एचडी रेवन्ना की पत्नी भवानी की रिश्तेदार है। जब उसने रेवन्ना परिवार में खाना बनाने का काम शुरू किया, तो उसके चार महीने बाद रेवन्ना ने उसका शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया था। वहीं, प्रज्वल उसकी बेटी को कॉल करके गंदी बातें करता था। महिला ने अपनी शिकायत में ये भी कहा है कि उसके और उसके परिवार की जिंदगी को खतरा है।

वहीं, जेडीएस और भाजपा दोनों के चुनाव एजेंट पूर्णचंद तेजस्वी एमजी ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई और कहा कि नवीन गौड़ा समेत कई अन्य लोगों ने रेवन्ना को बदनाम करने के मकसद से कथित वीडियो वायरल की हैं। 26 अप्रैल को हुए कर्नाटक के पहले फेज के मतदान से दो दिन पहले ही सोशल मीडिया पर कई वीडियोज वायरल हुए। इंटरनेट पर वीडियोज वायरल होने के बाद राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने सिद्धारमैया से एसआईटी जांच करवाने का अनुरोध किया था। जांच का आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो मामले में सरकार ने एक एसआईटी बनाने का फैसला किया है। हसन जिला में अश्लील वीडियो क्लिप प्रसारित हो रहे हैं, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि महिलाओं का यौन उत्पीडऩ किया गया है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि महिला आयोग ने इस संबंध में मुख्यमंत्री के साथ-साथ गृह मंत्री को भी पत्र लिखा है। वीडियोज वायरल होने के बाद कांग्रेस जेडीएस और बीजेपी पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस की महिला यूनिट की सदस्यों ने सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। 33 वर्षीय जेडीएस सांसद के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने उनके पोस्टर जलाए और मामले की गहन जांच की मांग की।