पूर्व सैनिक ने बंजर जमीन पर उगा दिया केसर

सुनील दत्त, जवाली

जवाली। कहते हैं कि हिम्मत और कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो मिट्टी से भी सोना निकाला जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है विधानसभा क्षेत्र जवाली के अधीन आती पंचायत सुकनाडा के पूर्व सैनिक महेंद्र सिंह ने। महेंद्र सिंह ने बंजर जमीन पर केसर पैदा कर इस कहावत को सच कर दिखाया है। महेंद्र सिंह ने फिलहाल चार मरला जमीन पर ही केसर की बिजाई कर रखी है और अब इसके फूल तोड़कर एकत्रित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगली बार एक कनाल से ज्यादा भूमि पर केसर की खेती की जाएगी।

बता दें कि महेंद्र सिंह पठानिया ने सेना में करीब 17 साल सेवाएं दी और सेवानिवृत होने उपरांत पुश्तैनी जमीन पर खेतीबाड़ी में जुट गए। वह कृषि सेवा सहकारी सभा में बतौर सचिव पद पर अपनी सेवाएं भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कार्य में उनकी पत्नी संतोष कुमारी भी लगन के साथ हाथ बंटाती है। महेंद्र सिंह ने बताया कि उनके एक दोस्त ने उन्हें केसर की खेती के लिए प्रेरित किया और केसर बीज भी दोस्त ने ही उपलब्ध करवाया। महेंद्र सिंह ने अक्तूबर महीने में करीब चार मरले भूमि में केसर की बिजाई की जोकि अब तैयार होकर अपनी फसल देने लगे हैं। अब हर दूसरे दिन केसर के फूल तोड़कर एकत्रित कर रहे हैं।

महेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने करीब तीन कनाल भूमि में हिमालय द्वितीय किस्म के परमल चावल की भी बिजाई की थी और अच्छी फसल हुई। उन्होंने कहा कि खेतों में पर्याप्त सिंचाई के लिए पानी मिले तो नगरोटा सूरियां क्षेत्र के युवा छोटी मोटी नौकरी के लिए इधर उधर भटकने की बजाए नगदी फसलें उगाने की तरफ ध्यान देकर एक अच्छी आजीविका चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगरोटा सूरियां क्षेत्र में लोगों के पास खेतीबाड़ी के लिए उपजाऊ भूमि तो उपलब्ध है लेकिन सिंचाई सुविधा के अभाव में फसल की अच्छी पैदावार से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए योजना बनाई जाए ताकि खेतीबाड़ी से पीछे हट रहे युवाओं को अच्छी किस्म की नगदी फसल की पैदावार के लिए प्रेरित किया जा सके।