Loksabha Chunav: कांग्रेस के गढ़ में कांटे की टक्कर

लोकसभा में एंट्री को सभी प्रमुख दलों के प्रत्याशियों ने लगाया जोर

नीलम ठाकुर— मोहाली

गुरु नगरी अमृतसर लोकसभा सीट से सभी प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है और इस सीट पर चुनाव प्रचार पूरे जोरों-शोरों से चल रहा है। इस लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, भाजपा ने पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू, कांग्रेस ने मौजूदा सांसद गुरजीत औजला और अकाली दल ने पूर्व मंत्री अनिल जोशी को मैदान में उतारा है। अमृतसर अपनी संस्कृति के अलावा लड़ाइयों के लिए भी प्रसिद्ध है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा नरसंहार अमृतसर के जलियांवाला बाग में ही हुआ था। भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारे के दौरान हुए खून-खराबे का भी यह शहर गवाह है। इस शहर को सिखों ने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से दोबारा जिंदा किया है।

अमृतसर शहर का जितना गौरवमय इतिहास रहा है, उतना ही राजनीति में इस शहर का अहम स्थान रहा है, यहां की लोकसभा सीट हमेशा से हाई प्रोफाइल रही है। इस सीट पर कांग्रेस का दबादबा रहा है। 1952 से अब तक कांग्रेस ने 12 बार यहां से जीत दर्ज की है, अमृतसर लोकसभा के अंदर कुल नौ विधानसभा सीटें हैं, जिनमें अजनाला, राजा सांसी, मजीठा, अमृतसर उत्तर, अमृतसर पश्चिम, अमृतसर सेंट्रल, अमृतसर पूर्वी, अमृतसर दक्षिण, अटारी हैं। मौजूदा समय में सात विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी, एक पर कांग्रेस और एक पर शिरोमणि अकाली दल का कब्जा है। 2014 के लोकसभा चुनाव के आधार पर अमृतसर में कुल 1477262 वोटर्स हैं, जिनमें 779,164 पुरुष और 698098 महिला वोटर्स हैं। —एचडीएम

13 बार कांग्रेस, भाजपा ने तीन बार मारी है बाजी

अमृतसर लोकसभा सीट के लिए अभी तक 20 बार वोट डाले गए हैं, उनमें से 13 बार कांग्रेस को जीत मिली है। बीजेपी को इस सीट पर तीन बार सफलता मिली, जबकि जनसंघ के तौर पर दो बार इसके कैंडिडेट जीते।

एक लाख से ज्यादा वोटों से हारे थे अरुण जेटली

2019 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट पर कांग्रेस के नेता गुरजीत सिंह औजला ने 4,45032 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी हरदीप सिंह पुरी को हराया था। हरदीप सिंह पुरी को 345406 वोट मिले थे, तो वहीं आप के उम्मीदवार कुलदीप सिंह धालीवाल को 20087 वोट मिले थे। करीब दो दशक तक अमृतसर लोकसभा सीट एक तरह से बीजेपी का गढ़ रहा, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई थी। कांग्रेस के दिग्गज नेता अमरिंदर सिंह ने बीजेपी के बड़े नेता अरुण जेटली को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुल 482876 वोट मिले, जबकि जेटली को 380106 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के दलजीत सिंह रहे थे, जिन्हें 82633 वोटों से संतोष करना पड़ा था।