अब स्कूलों को निशाना बना रहे शातिर

केंद्रीय जांच एजेंसियों के नाम पर भेज रहे फर्जी नोटिस, साइबर सैल ने जारी की एडवाइजरी

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

साइबर ठग अब प्रदेश के स्कूलों को निशाना बना रहे हैं। शातिरों द्वारा स्कूलों में केंद्रीय जांच एजेंसियों के नाम फर्जी नोटिस भेजे जा रहे हैं। साइबर सेल शिमला की ओर से केंद्रीय जांच एजेंसियों के नाम पर फर्जी नोटिस को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है। साइबर सेल शिमला की ओर से इस बारे में स्कूलों के लिए एड़वाइजरी भी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि स्कूलों में अगर कोई ऐसा केंद्रीय जांच एजेंसी के नाम पर नोटिस आता है, तो उक्त नोटिस पुलिस के पास जाकर जांच करवाएं। साइबर सेल शिमला की ओर से साइबर ठगों द्वारा भेजे जा फर्जी नोटिस को लेकर शिक्षा विभाग को भी पत्र भेजा गया है। डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला ने बताया कि संज्ञान में आया है कि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों को ईमेल के माध्यम से गृह मंत्रालय और केंद्रीय/सरकारी एजेंसियों के निर्देशों के नाम पर नोटिस प्राप्त हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि यह जालसाजों द्वारा जबरन वसूली के लिए जारी किए गए फर्जी नोटिस हैं। उन्होंने कहा कि इस बार साइबर सेल की ओर से इस बारे में स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। डीआईजी मोहित चावला ने कहा कि ऐसे नोटिसों को नजरअंदाज किया जा सके या इन नोटिसों के सत्यापन के संबंध में तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।

स्कूल प्रमुखों को निर्देश जारी

साइबर सेल की ओर से शिक्षा निदेशालय को भेजे गए पत्र के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से भी स्कूल प्रमुखों को निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि साइबर ठग प्रदेश के विभिन्न स्कूलों को ईमेल के माध्यम से गृह मंत्रालय और केंद्रीय/सरकारी एजेंसियों के निर्देशों के नाम पर नोटिस भेज रहे हैं। साइबर ठगों द्वारा जबरन वसूली के लिए जारी किए गए फर्जी नोटिस में जुर्माने या विभिन्न धमकियों के नाम पर पैसा, जैसे बाल पोर्नोग्राफी, पीडोफिलिया, साइबर पोर्नोग्राफी, यौन रूप से स्पष्ट प्रदर्शन और सौंदर्य के नाम पर वसूली के लिए स्कूलों को फर्जी नोटिस भेजे जा रहे हैं। उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि इन नोटिसों के सत्यापन के लिए स्कूल मुखिया नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।