किसान नवदीप-गुरकीरत की गिरफ्तारी के विरोध में धरना

स्टाफ रिपोर्टर — मोहाली

नवदीप सिंह जलबेड़ा और गुरकीरत सिंह की पानी की बौछार से की गई गिरफ्तारी के खिलाफ रविवार को भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के नेतृत्व में किसानों ने डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के सामने मोहाली की सडक़ों पर मार्च किया और रैली निकालने के बाद मोदी सरकार का पुतला भी फंूका। रैली को संबोधित करते हुए अगुआ ने कहा कि किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर राजनीतिक) के नेतृत्व में हरियाणा की सीमाओं पर किसानों की मांगों को मनवाने के लिए 13 फरवरी से मोर्चा चल रहा है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार ने अंधी कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप जवान शुभकरण सिंह सिर में गोली लगने से शहीद हो गए। कइयों की आंखें चली गईं, पैर टूट गए और वे घायल हो गए। बढ़ते धुएं के कारण अब तक 14 किसान शहीद हो चुके हैं। बौखलाई केंद्र सरकार के निर्देश पर अर्धसैनिक बलों ने निहत्थे किसानों पर हमला किया और किसानों के ट्रैक्टरों और वाहनों में तोडफ़ोड़ की।

नवदीप सिंह जलबेड़ा मोर्चों और सीमाओं पर मुख्य भूमिका निभा रहे थे, जिसके कारण वह सरकार की नजरों में थे, इसलिए हरियाणा सरकार ने केंद्र के साथ मिलकर उन्हें और उनके साथी गुरकीरत सिंह को मोहाली हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। अमानवीय अत्याचार को ध्वस्त किया जा रहा है। किसान नेताओं ने ऐलान किया कि अगर सरकार ने गिरफ्तार युवाओं को रिहा नहीं किया तो 9 अप्रैल को संभू में दिल्ली जाने वाली रेलवे लाइन को ब्लॉक कर दिया जाएगा। नेताओं ने कहा कि किसान संगठन मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार सभी फसलों के लिए एमएसपी कानून बनाए और डा. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार फसलों की कीमत देए किसानों और खेत मजदूरों की संपूर्ण कर्ज मुक्ति हो। किसानों के लिए पेंशन योजना लागू की जाएए दिल्ली आंदोलन की अधूरी मांगें जैसे लखीमपुर खीरी हत्याकांडए अजय मिश्रा को कैबिनेट से हटाया जाएए असीस मिश्रा की जमानत रद्द की जाएए सभी किसानों पर दर्ज मुकदमें रद्द किए जाएं।