फिर हाथ के साथ चल दिए राकेश कालिया

चैतन्य की भाजपा में एंट्री से थे खफा, दिल्ली में राजीव शुक्ला के समक्ष ज्वाइन की पार्टी

स्टाफ रिपोर्टर — गगरेट

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट कटने से नाराज होकर भाजपा का दामन थामने वाले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव व कांग्रेस टिकट से तीन बार विधायक रहे राकेश कालिया ने फिर से हाथ थाम लिया है। मंगलवार देर सायं दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने राकेश कालिया की विधिवत तौर पर कांग्रेस में वापसी करवाई। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस दिग्गज राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद ही राकेश कालिया की कांग्रेस में वापसी हुई है। राकेश कालिया कांग्रेस टिकट पर दो बार विधानसभा क्षेत्र चिंतपूर्णी का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, तो एक बार वह विधानसभा क्षेत्र गगरेट से भी विधायक रह चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काटकर यहां से चैतन्य शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा था। इससे नाराज राकेश कालिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था।

इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में वह विशेष आमंत्रित सदस्य बने थे। अब कांग्रेस के छह बागी विधायकों को विधानसभा से अयोग्य करार देने के बाद प्रदेश के छह विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव में भाजपा ने गगरेट से चैतन्य शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। चैतन्य शर्मा की भाजपा में एंट्री होते ही राकेश कालिया ने भाजपा से त्याग-पत्र दे दिया था, लेकिन अभी तक उनकी कांग्रेस में एंट्री नहीं हुई थी। काफी दिनों से पैदा हुई उहापोह की स्थिति से मंगलवार देर रात धुंध छंटी, तो राकेश कालिया प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के घर पर नजर आए। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस द्वारा विस उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने से पहले करवाए गए सर्वे में भी गगरेट से राकेश कालिया का नाम सबसे ऊपर उभर कर सामने आया था। प्रदेश में सरकार बचाने की चुनौती का सामना कर रही कांग्रेस के लिए राकेश कालिया की वापसी की राह आसान कर दी।