बागी विधायकों ने फार्मा कंपनी के कैश पर की ऐश

पुलिस की जांच में खुलासा, दवा कंपनी ने भरा था पंचकूला के ललित होटल का लाखों का बिल

स्टाफ रिपार्टर — शिमला

कांग्रेस के बागी विधायकों ने एक फार्मा कंपनी के कैश पर पंचकूला के होटल में ऐश की थी। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा चुनाव में खरीद-फरोख्त मामले की पुलिस ने परतें उधेडऩा शुरू कर दी हैं। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि बागी विधायक पंचकूला के जिस होटल में ठहरे थे, उसके लाखों रुपए के बिल का भुगतान एक फार्मा कंपनी द्वारा किया गया है। खरीद-फरोख्त मामले की जांच में कई अहम साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि पंचकूला के ललित होटल के करीब पांच लाख रुपए के बिल का भुगतान फार्मा कंपनी द्वारा किया गया है। पुलिस होटल के बिल के भुगतान को लेकर कंपनी के अधिकारियों सहित आरोपियों से भी पूछताछ कर रही है। उधर, राज्यसभा चुनाव में खरीद-फरोख्त मामले में पूर्व विधायक के पिता पर पुलिस की जांच में सहयोग न करने के अलावा पुलिस अधिकारियों को धमकाने के आरोप लगे हैं। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने मामले की स्टेटस रिपोर्ट अदालत में दायर की है। जिसमें पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर पुलिस की जांच में सहयोग न करने और अपने पूर्व पद का रौब दिखाते हुए पुलिस अधिकारियों को डराने धमकाने की कोशिश के अलावा पुलिस अधिकारियों को आत्महत्या करने की भी धमकी देने का आरोप है। पुलिस द्वारा मामले के सारे रिकॉर्डेड तथ्य अदालत में रखे गए हैं।

पुलिस की एसआईटी विधायक और पूर्व विधायक के पिता से हेलिकाप्टर की सैर का हिसाब मांग रही है। बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर की सैर किसने करवाई, पुलिस इसका पता लगा रही है। वहीं, पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता का एनजीओ भी पुलिस के राडार पर है। बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक के पिता के एनजीओ की भी पुलिस टीम जांच करेगी। गौर हो कि विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग मामले में बालूगंज पुलिस थाना में कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर एफआईआर दर्ज करवाई है। हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और कांग्रेस के बागी व गगरेट के निष्कासित विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर राज्य सभा चुनाव में वोटों की खरीद-फरोख्त करने और करोड़ों के लेन-देन के आरोप लगाए हैं। राकेश शर्मा और आशीष शर्मा पर बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र रचने और विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलिकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद करने का आरोप है।