अष्टमी पर मां के जयकारों से गूंजे शक्तिपीठ

शक्तिपीठों में मंगलवार को 84 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
सातवें नवरात्रे पर मंदिरों में चढ़ा 42 लाख 30 हजार का नकद चढ़ावा
शक्तिपीठों में मईया के दर्शन करने को लगी रही श्रद्धालुओं की कतारें

अमन वर्मा-शिमला

चैत्र नवरात्रों में अष्टमी के दिन मंगलवार को प्रदेश के शक्तिपीठों में दिनभर मां के जयकारे गुंजते रहे। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में अष्टमी के दिन प्रदेश के शक्तिपीठों में चिंतपूर्णी, ज्वाला जी, नैना देवी, ब्रजेश्वरी देवी, चामुंडा देवी मंदिर में मंगलवार को 84 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। चैत्र नवरात्रों के सातवें दिन प्रदेश के चार शक्तिपीठों में 42 लाख 30 हजार 414 रुपए का नकद चढ़ावा मां के भक्तों ने चढ़ाया है। चैत्र नवरात्र मेलों के दौरान मंदिरों में मईया की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। नवरात्रों के लिए रंग-विरेंगे सुगंधित फूलों से मईया के मंदिरों को सजाया गया है।

इसके अलावा मां के दर्शनों के लिए मंदिर खुलने और बंद करने का भी अलग से समय तय किया गया है। ऊना जिला के उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में नवरात्र मेले के अष्टमी के दिन करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने शीष नवाया। उन्होंने बताया कि सातवें नवरात्रे पर मंदिर न्यास को आठ लाख 70 हजार 911 रुपए चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए हैं। वहीं, नैना देवी मंदिर नवरात्र के अष्टमी के दिन 30 हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीष नवाया। नैना देवी मंदिर अधिकारी विपिन ठाकुर ने बताया कि नवरात्र मेले के सातवें दिन मंदिर न्यास को 17 लाख 37 हजार 552 रुपए का नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ है।

ज्वाला जी मंदिर में मंगलवार को 15 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकार मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि नवरात्र के सातवें दिन मंदिर न्यास को 13 लाख 56 हजार 339 रुपए का नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। इसके अलावा में कांगड़ा स्थित ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में सोमवार को छह हजार श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में माथा टेका। मंदिर अधिकरी मोहित रत्न ने बताया कि नवरात्र मेले के सातवें दिन मंदिर न्यास को दो लाख 65 हजार 612 रुपये का नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। इसके अलावा चामुंडा देवी मंदिर में मंगलवार को 13 हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीष नवाया। मंदिर अधिकारी गिरीराज ठाकुर ने मंदिर न्यास की ओर से श्रद्धालुओं के बेहतर प्रबंध किए गए हैं। मंदिर अधिकारी गिरीराज ठाकुर ने बताया कि मंदिर में 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे यज्ञ की पूर्णाहुति डाली जाएगी।
—-