सोलन सब्जी मंडी को ‘ईट राइट’ सर्टिफिकेट

एफएसएसएआई का प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाली प्रदेश की पहली मंडी, निगम के खाद्य सुरक्षा विभाग की मेहनत रंग लाई

सौरभ शर्मा-सोलन

नगर निगम सोलन के खाद्य सुरक्षा विभाग की पहल के बाद कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) सोलन ने एक नया बेंचमार्क स्थापित कर दिया है। सोलन मंडी को एफएसएसएआई की ओर से ‘ईट राइट’ का सर्टिफिकेट मिला है। पिछले कई वर्षों से ‘ई-नाम’ में झंडे गाडऩे के बाद सोलन मंडी ‘ईट राइट’ का सर्टिफिकेट पाने वाली प्रदेश की पहली मंडी बन गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग की इस पहल में मंडी समिति के अधिकारियों, कर्मियों व वेंडर्स का भी पूरा सहयोग रहा। यह सर्टिफिकेट सोमवार को जारी किया गया जो कि आगामी दो वर्षों के लिए दिया है। गौर रहे कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा ‘ईट राइट’ का सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। यह सर्टिफिकेट जहां धार्मिक स्थलों में पकने वाले प्रसाद के लिए दिया जाता है, वहीं फल एवं सब्जी मार्केट के लिए भी प्रदान किया जाता है।

इस सर्टिफिकेट को प्रदान करवाने के लिए नगर निगम सोलन के खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त डा. अतुल कायस्था ने बीते वर्ष प्रयास शुरू किए। सबसे पहले उन्होंने मंडी समिति के अधिकारियों से मिलकर वहां के व्यापारियों के साथ बैठक की। इस दौरान जिनके लाइसेंस तय मानकों के हिसाब से नहीं बने थे उन्हें बनाया गया। मंडी में बिकने वाले फल व सब्जियों सहित पानी व अन्य खाने-पीने की चीजों के सैंपल एकत्र किए गए, जिसमें मंडी समिति व वेंडर्स का भरपूर सहयोग मिला। कुछ माह पूर्व ही भारत सरकार की एजेंसी द्वारा सोलन मंडी का ऑडिट किया गया।

इन मापदंडों पर खरी उतरी एपीएमसी

‘ईट राइट’ सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए एपीएमसी को विभिन्न मापदंडों पर खरा उतरना आवश्यक था। इसमें साफ-सफाई, वेंडर्स के मेडिकल, उनके लाइसेंस, ऑनलाइन बिजनेस, मंडी में बिकने वाले फल व सब्जी, मंडी में मिलने वाला पानी व खाद्य पदार्थ आदि। इन सभी मानमों पर खरा उतरने के बाद ही मंडी को यह सर्टिफिकेट दिया गया।